भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने बुधवार को टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन से फैंस का दिल जीत लिया। नीरज जेवलिन थ्रो (भाला फेंक) इवेंट के फाइनल में पहुंच गए हैं। नीरज ने पहले ही राउड में 86.65 मीटर के साथ 83.50 मीटर का क्वालिफिकेशन मार्क हासिल कर लिया। पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे नीरज से अब पदक की आस जग गई है। नीरज ने वर्ष 2018 में एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। तब नीरज ने 88.06 मीटर दूर भाला फेंका था। ये राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी रह चुका है। 7 अगस्त को होगा फाइनल
ओलंपिक में इस स्पर्धा का फाइनल 7
अगस्त को खेला जाएगा। नीरज इतिहास रचने के लिए मैदान पर उतरेंगे। जीत के
दावेदार माने जा रहे वेट्टर ने क्वालिफिकेश राउंड में दो कोशिशों में 82.04
और 82.8 मीटर का थ्रो किया। नीरज ग्रुप A थे और दोनों ग्रुप से कुल 12
खिलाड़ी फाइनल में जगह बनाएंगे। ग्रुप ए से फाइनल के लिए नीरज समेत 3 एथलीट
ने सीधे क्वालिफाई किया है। 23 वर्षीय नीरज ने कहा कि भारत को ट्रैक एंड
फील्ड में ओलंपिक का पहला पदक दिलाने की दावेदारी मजबूत करने के लिए उन्हें
इस प्रदर्शन को दोहराते हुए बेहतर दूरी तय करनी होगी।
नीरज ने कहा, पिछला साल काफी मुश्किल था क्योंकि…
वार्म
अप के दौरान मेरा प्रदर्शन अच्छा नहीं था, लेकिन पहले थ्रो में मैंने
अच्छा कोण हासिल किया और यह परफेक्ट थ्रो था। फाइनल बिलकुल अलग अहसास होगा।
मुझे मानसिक रूप से तैयार होने की भी जरूरत है। मुझे थ्रो पर ध्यान देने
की जरूरत है और अधिक दूरी के साथ इस प्रदर्शन को दोहराने की कोशिश करूंगा।
कोविड-19 महामारी के कारण ओलंपिक से पहले तैयारी काफी मुश्किल रही। पिछला
साल काफी मुश्किल था क्योंकि हम ओलंपिक के लिए तैयार थे और कोरोना वायरस के
कारण सब कुछ बंद हो गया। हम थोड़े दुखी थे लेकिन इसके बाद नियमित ट्रेनिंग
शुरू की।