टोक्यो ओलंपिक के पहले दिन मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत पदक जीतकर भारत को बेहतरीन शुरुआत दी। हालांकि इसके बाद से भारतीय एथलीट ट्रैक से भटके हुए नजर आ रहे हैं। धीरे-धीरे हर खेल में भारतीय चुनौती दम तोड़ती जा रही है। फिलहाल हम बात कर रहे हैं टेबल टेनिस में हमारी स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा की। मनिका को आज सोमवार दोपहर में महिला एकल वर्ग में हार का मुंह देखना पड़ा। इसके साथ ही उनका सफर थम गया। मनिका को तीसरे दौर में 10वीं वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रिया की सोफिया पोलकानोवा ने सीधे गेम में 4-0 से मात दी। स्कोर 11-8, 11-2, 11-5, 11-7 के साथ सोफिया के पक्ष में रहा। 27 मिनट में ही मनिका ने टेक दिए घुटने
मनिका
ने पहले और चौथे गेम में जरूर सोफिया को टक्कर दी, लेकिन वे एक भी गेम
नहीं जीत पाईं। मुकाबला सिर्फ 27 मिनट चला। दूसरी ओर, पोलकानोवा इस ओलंपिक
में अपना पहला ही मैच खेल रही थीं। उसे शुरुआती दो राउंड में बाई मिली थी।
आपको बता दें कि मनिका और अचंत शरत कमल की चुनौती मिश्रित युगल में पहले ही
खत्म हो गई थी। अब पुरुष एकल वर्ग में अनुभवी शरत कमल से उम्मीद बची है।
फाइनल में नहीं पहुंचे अंगद बाजवा और मैराज अहमद खान
भारतीय
निशानेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन जारी है। पुरुष स्कीट स्पर्धा में अंगद
बाजवा 18वें और मैराज अहमद खान 25वें स्थान पर रहे। असाका रेंज पर सोमवार
को 25 वर्षीय अंगद ने पांच सीरिज में संभावित 125 में से 120 अंक बनाए,
जबकि मैराज केवल 117 अंक ही बना पाए। स्कीट में चोटी के छह निशानेबाज
फाइनल्स के लिए क्वालिफाई करते हैं। अंगद रविवार को पहली तीन सीरीज के बाद
11वें स्थान पर थे। आज वे तीन बार सही निशाना लगाने से चूके और बिना किसी
मुकाबले के फाइनल की दौड़ से बाहर हो गए। मैराज भी कल की अपनी स्थिति में
सुधार नहीं कर पाए। उनके चार निशाने सही नहीं लगे। फ्रांस के एरिक डेलॉने
ने 124+6 (शूट ऑफ सहित) का स्कोर बनाकर ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया।