भारतीय महिला हॉकी टीम के मुख्य कोच शोर्ड मारिन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने कहा कि ओलंपिक में ब्रिटेन के खिलाफ कांस्य पदक का प्लेऑफ मुकाबला इस टीम के साथ उनकी आखिरी जिम्मेदारी थी। इस 47 वर्षीय कोच की देखरेख में टीम ने ओलंपिक में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। भारत के चौथे स्थान पर रहने का श्रेय उनकी ट्रेनिंग को दिया जा रहा है। भारत को आज ब्रिटेन ने 4-3 से हराया। इस मैच के कुछ घंटे बाद मारिन ने इस्तीफा देने की घोषणा की।
नीदरलैंड के इस पूर्व खिलाड़ी ने भारतीय मीडिया के साथ ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मेरी कोई योजना नहीं है क्योंकि भारतीय महिलाओं के साथ यह मेरा आखिरी मैच था। यह अब जानेका शोपमैन के हवाले है। जानकारी के अनुसार मारिन और टीम के विश्लेषणात्मक कोच जानेका शोपमैन दोनों को भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा कार्यकाल विस्तार की पेशकश की गई थी, लेकिन मुख्य कोच ने व्यक्तिगत कारणों से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। कोविड-19 महामारी के कारण लागू प्रतिबंधों की वजह से मारिन 16 महीने से घर नहीं जा पाए हैं। हार से आहत हुए पहलवान दीपक पूनिया के विदेशी कोच
टोक्यो
ओलंपिक में भारतीय पहलवान दीपक पूनिया का पदक जीतने का सपना टूट गया है।
दीपक को फ्रीस्टाइल 86 किग्रा भार वर्ग के कांस्य पदक मुकाबले में सैन
मरिनो के माइल्स अमीन के हाथों 2-4 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि
इसके बाद जो हुआ उसे जान सब हैरान हैं। दरअसल दीपक के विदेशी कोच मोराड
गेड्रोव ने मैच के बाद रेफरी के कमरे में जाकर उन पर हमला कर दिया। विश्व
कुश्ती निकाय (FILA) ने आईओसी और भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) को
घटना की जानकारी दी है। गेड्रोव को माफी मांगने के बाद चेतावनी देकर छोड़
दिया गया। बताया गया है कि डब्ल्यूएफआई ने उन्हें टर्मिनेट कर दिया।
उल्लेखनीय है कि गेड्रोव ने 2004 के एथेंस ओलंपिक के क्वार्टर फाइनल में भी
हार के बाद अपने विरोधी पर हमला किया था।
जानें- हॉकी के दोनों वर्गों में किसने जीते पदक
टोक्यो
ओलंपिक में हॉकी में बेल्जियम और नीदरलैंड्स ने अपनी बादशाहत दिखाई। वहीं
चार दशक बाद भारत भी पदक तालिका में अपना नाम शामिल कराने में सफल रहा।
रियो ओलंपिक की रजत विजेता नीदरलैंड्स ने महिला वर्ग में स्वर्ण पदक अपने
नाम कर लिया। इससे पहले 2008 और 2012 ओलंपिक में उसने सोना जीता था।
बेल्जियम की पुरुष टीम भी रियो में स्वर्ण पदक से चूक गई थी। फाइनल में
अर्जेंटीना ने उसे हरा दिया था। इस बार बेल्जियम ने कसर पूरी कर ली। फाइनल
में 1-1 से स्कोर रहने के बाद बेल्जियम ने ऑस्ट्रेलिया को पेनल्टी शूटआउट
में 3-2 से हरा दिया। भारत ने जर्मनी को 5-4 से हरा कांस्य जीता। महिलाओं
के फाइनल में नीदरलैंड्स ने अर्जेंटीना को 3-1 से मात दी। ग्रेट ब्रिटेन ने
भारत को 4-3 से हरा कांस्य पर कब्जा जमाया।