Tokyo Olympic : इतिहास रचकर स्वदेश लौटीं सिंधु का जोरदार स्वागत, शॉट पुट में तेजिंदर ने किया निराश

लगातार दो ओलंपिक में पदक जीतकर इतिहास रचने वालीं भारतीय बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु मंगलवार को टोक्यो (जापान) से स्वदेश लौट आईं। नई दिल्ली एयरपोर्ट पर सिंधु और उनके दक्षिण कोरियाई कोच का जोरदार स्वागत किया गया। ढोल-नगाड़ों की थाप के बीच दोनों को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया गया। वहां बड़ी संख्या में मीडियाकर्मी भी मौजूद थे। सिंधु को सीआईएसएफ की सुरक्षा में एयरपोर्ट से बाहर लाया गया।

रिपोर्टों के मुताबिक सिंधु और कोच एक-दो दिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे। आपको बता दें कि मोदी ने भारतीय जत्थे के टोक्यो रवाना होने से पहले वर्चुअली सिंधु और उनके माता-पिता से बात की थी। तब उन्होंने कहा था कि जब वे वापस आएंगी तब उनके साथ आइसक्रीम खाएंगे। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी कांस्य पदक मिलने के बाद सिंधु के स्वागत की बात कही थी।


सिंधु ने जताया फैंस का आभार

सिंधु ने एयरपोर्ट पर कहा कि लोगों का प्यार पाकर मैं बहुत खुश हूं। सिंधु ने इस मौके पर बैडमिंटन एसोसिएशन सहित सभी का आभार जताया। उन्होंने कहा, मुझे सभी का सपोर्ट मिला। उत्साह बढ़ाने के लिए बहुत आभारी हूं। यह बहुत खुशी का पल है। इधर भारत लौटने पर बैडमिंटन एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी अजय सिंघानिया ने सिंधु और उनके कोच का स्वागत किया। गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक के प्ले ऑफ मुकाबले में सिंधु ने चीन की आठवीं वरीय ही बिंग जियाओ को सीधे गेम में 21-13, 21-15 से हराया और इतिहास रच डाला। विश्व चैंपियन सिंधु जब सेमीफाइनल में हार गई थीं तो काफी निराश हो गई थीं, लेकिन उनके कोच ने उनका उत्साह कम नहीं होने दिया।


क्वालिफेकशन राउंड में ही बाहर हो गए तेजिंदर

भारतीय एथलीट तेजिंदर सिंह तूर टोक्यो ओलंपिक में शॉटपुट (गोला फेंक) के क्वालिफिकेशन राउंड में ही बाहर हो गए। उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो 19.99 मीटर था। फाइनल के लिए 21.20 मीटर दूर गोला फेंकना जरूरी था या शीर्ष 12 खिलाड़ियों में होना। तेजिंदर 13वें स्थान पर रहे। कंधे पर पट्टी बांधकर खेलने वाले तेजिंदर के दूसरे और तीसरे प्रयास अमान्य रहे। तेजिंदर ने जून में इंडियन ग्रांप्री एशियाई और राष्ट्रीय रिकॉर्ड के साथ ओलंपिक का टिकट पक्का किया था। उन्होंने तब 21.49 मीटर की दूरी तय की थी। क्वालिफाई करने के लिए 21.10 मीटर दूरी को मानक रखा गया था।