किसकी खता, कौन दोषी…इन 5 कारणों से टीम इंडिया नहीं चूम पाई विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की ट्रॉफी

भारत के लाखों-करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों का दिल बुधवार की रात टूट गया। उम्मीद थी कि भारतीय क्रिकेट टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के पहले एडिशन का खिताब अपने नाम कर लेगी, लेकिन न्यूजीलैंड ने हमारी हसरतों पर पानी फेर दिया। साउथम्पटन (इंग्लैंड) में खेले गए फाइनल में टीम इंडिया को आठ विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा।

विराट कोहली की कप्तानी में भारत अब तक एक भी आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाया है और अभी और इंतजार करना होगा। भारत ने इस साल चमकदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर सीरीज में मात दी थी। साथ ही इंग्लैंड को हिंदुस्तान की सरजमीं पर करारी हार का मजा चखाया। ऐसे में माना जा रहा था कि खिताब हर हाल में उसका ही होगा, लेकिन यह नहीं हो सका।
हम आपको बताने जा रहे हैं भारतीय टीम की हार के 5 कारण :-

मौसम

कहा जा सकता है कि मौसम ने भारत का साथ नहीं दिया। बरसात और लगातार बादल छाए रहने पर कम रोशनी होने से दो दिन तो एक भी गेंद नहीं डाली जा सकी। ऐसे में रिजर्व डे (छठा दिन) के दिन भी खेल हुआ। लगातार बाधा होने से खिलाड़ियों की मनोदशा पर भी फर्क पड़ता है।

टीम चयन

इंग्लैंड की परिस्थितियां देखते हुए साफ नजर आ रहा था कि भारत बॉलिंग डिपार्टमेंट के सलेक्शन में कमजोर रह गया। इंग्लैंड में आम तौर पर स्विंगिंग कंडीशंस रहती हैं और इस बार वर्षा के कारण इसका असर कुछ ज्यादा ही हो गया। ऐसे में भारत को तीन के बजाय चार तेज गेंदबाज (सीमर) खिलाने चाहिए थे। साथ ही भुवनेश्वर कुमार को नहीं लाना भी भारी पड़ा।

मैच प्रेक्टिस की कमी

भारत यूं तो इंग्लैंड काफी पहले पहुंच गया था, लेकिन वह फाइनल में उतरने से पहले प्रेक्टिस मैच भी नहीं खेल पाया। बायो बबल के चलते नेट प्रेक्टिस भी कम हुई। उसे सीधे ही फाइनल खेलने के लिए उतरना पड़ा। दूसरी ओर न्यूजीलैंड की टीम यहां पहले से ही मौजूद थी। उसने इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट की सीरीज खेली थी।


बल्लेबाजों का पोचा प्रदर्शन

चाहे कोई सा भी दौर रहा हो, भारतीय टीम की बल्लेबाजी हमेशा मजबूत रही है। इस बार भी स्थिति जुदा नहीं थी। विराट कोहली, रोहित शर्मा, अजिंक्य रहाणे, चेतेश्वर पुजारा, ऋषभ पंत जैसी बैटिंग लाइन अप देखकर कोई भी बड़ी उम्मीद ही लगाएगा, लेकिन हुआ इसका उल्टा। दोनों पारियों में एक भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं लगा पाया। जमने के बावजूद गैर जिम्मेदाराना शॉट खेल अपना विकेट फेंक दिया।

न्यूजीलैंड का जबरदस्त अनुशासन

न्यूजीलैंड ने पिछले कुछ सालों में अपने प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार किया है। वह कई बड़ी टीमों को धूल चटा चुका है। कीवी टीम के खिलाड़ियों को पूर्व में बिट्स एंड चिप्स माना जाता था, लेकिन उनकी निरंतरता ने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है। वे खेल के हर क्षेत्र में छाए हुए हैं। कप्तान केन विलियमसन, रॉस टेलर, टॉम लैथम, ट्रेंट बोल्ट, टिम साउदी, जैमिसन सहित हर खिलाड़ी कुछ करने को बेताब दिखा। न्यूजीलैंड 2015 और 2019 के वनडे विश्व कप के फाइनल तक पहुंचा था।