महान क्रिकेटर ऑस्ट्रेलिया के पूर्व लेग स्पिनर शेन वार्न का कोविड-19 के लिए किया गया परीक्षण पॉजिटिव आया है। वार्न इंग्लैंड में जारी ‘द हंड्रेड’ टूर्नामेंट में लंदन स्पिरिट टीम के मुख्य कोच की भूमिका निभा रहे है। वार्न के अलावा टीम का एक और सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। रविवार सुबह लॉर्ड्स में सदर्न ब्रेव के खिलाफ मैच से पहले वार्न की तबीयत खराब होने की जानकारी मिली। वार्न के आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। द हंड्रेड शुरू होने के बाद कोविड-19 से संक्रमित होने वाले वार्न दूसरे मुख्य कोच हैं। उनके पहले ट्रेंट रॉकेट्स के मुख्य कोच जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर भी पिछले सप्ताह के अंत में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे।
वार्न ने 145 टेस्ट में झटके थे 708 विकेट
द हंड्रेड में
वार्न की स्पिरिट टीम को अब तक तीन में से दो मैच में हार का सामना करना
पड़ा है जबकि एक मुकाबले का नतीजा नहीं निकल सका। वार्न की गैरमौजूदगी में
डेविड रिप्लेक टीम के हेड कोच की जिम्मेलदारी निभाएंगे। 51 वर्षीय वार्न
ऑस्ट्रेलिया के सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक रहे हैं। उनकी स्पिन
गेंदबाजी का सामना बड़े से बड़े बल्लेबाज नहीं कर पाते थे। अपने करियर में
वार्न ने 145 टेस्ट में 708 विकेट लिए। इसके अलावा उनके नाम वनडे में 194
में 293 विकेट दर्ज हैं। वे संन्यास के बाद कमेंट्री और फ्रेंचाइजी टीमों
के लिए कोचिंग करते हैं। वे आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान और कोच
रह चुके हैं।
इयान चैपल ने द हंड्रेड टूर्नामेंट को बताया बेकार
इंग्लैंड
एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) का द हंड्रेड टूर्नामेंट सुर्खियों में है।
टी20 के बाद क्रिकेट के नए फॉर्मेट में दोनों टीमों को 100-100 गेंदें
खेलने को मिलती हैं। इस टूर्नामेंट में जो रूट, बेन स्टोक्स, राशिद खान,
क्विंटन डी कॉक, फाफ डु प्लेसिस, सुनील नरेन, इयोन मोर्गन, मोइन अली और
जॉनी बेयरस्टो जैसे दिग्गज खेल रहे हैं। द हंड्रेड में भारत की हरमनप्रीत
कौर, स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, दीप्ति शर्मा और जेमिमा रोड्रिग्स भी
हिस्सा ले रही हैं। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान इयान चैपल ने द हंड्रेड की
जमकर आलोचना की है।
चैपल ने कहा कि क्रिकेट का नया फॉर्मेट शुरू
करने के पीछे टीवी डील के लिए गेंदों की संख्या कम करना कारण हो सकता है।
साथ ही ओलंपिक में क्रिकेट को इसके जरिये एंट्री का रास्ता बनाना भी वजह हो
सकती है। लेकिन मेरी नजर में ये बेकार है। ओलंपिक में क्रिकेट को एंट्री
कराने के लिए टी20 ही काफी है। क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में टी10 लीग पहले
से चल रहा है।