सोमवार रात साउथ अफ्रीका और बांग्लादेश के बीच न्यूयॉर्क के नासाऊ काउंटी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में रोमाचंक मुकाबला खेला गया। साउथ अफ्रीका की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर महज 113 रन स्कोर बोर्ड टांगे थे। 114 के मामूली लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की टीम 20 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 109 रन ही बना सकी। साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी यूनिट ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया। साउथ अफ्रीका ने टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास के सबसे कम स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव किया है। इसके साथ ही रिकॉर्ड की झड़ी लगा दी है।
अफ्रीका के लिए यह ऐतिहासिक जीत रही। प्रोटियाज टीम ने इस मैच में वो कर दिया, जो अब तक कोई भी दूसरी टीम नहीं कर सकी। यह टी20 वर्ल्ड कप की ऐतिसाहिक जीत बन गई। दरअसल बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए मैच में अफ्रीका ने टी20 वर्ल्ड कप के इतिहास का सबसे छोटा टोटल डिफेंड किया। अफ्रीका ने पहले बैटिंग करते हुए 20 ओवर में 113/6 रन बनाए थे और फिर लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश को 109/7 रनों पर रोक दिया था। अफ्रीका ने 4 रनों से जीत दर्ज की थी।
अफ्रीका ने इस जीत के बाद श्रीलंका और टीम इंडिया को पछाड़ दिया। इससे पहले टी20 विश्व कप में सबसे छोटा टोटल डिफेंड करने का रिकॉर्ड श्रीलंका और टीम इंडिया के नाम पर दर्ज था। दोनों ही टीमों ने 120 रनों के टोटल को डिफेंड करते हुए जीत दर्ज कर की थी। टीम इंडिया ने यह रिकॉर्ड बीते रविवार न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए मुकाबले में बनाया था। वहीं श्रीलंका ने यह कारनामा 2014 के टी20 विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ किया था।
टी20 वर्ल्ड कप में सफलतापूर्वक डिफेंड होने वाले सबसे कम टोटल
• 114 रन- दक्षिण अफ्रीका बनाम बांग्लादेश, न्यूयॉर्क, 2024
• 120 रन- श्रीलंका बनाम न्यूज़ीलैंड, चैटोग्राम, 2014
• 120 रन- भारत बनाम पाकिस्तान, न्यूयॉर्क, 2024
• 124 रन- अफगानिस्तान बनाम वेस्टइंडीज, नागपुर, 2016
• 127 रन- न्यूजीलैंड बनाम भारत, नागपुर, 2016.
टी20I में दक्षिण अफ्रीका द्वारा सफलतापूर्वक सबसे कम लक्ष्य का बचाव
• 114 बनाम बैन न्यूयॉर्क 2024*
• 116 बनाम श्रीलंका कोलंबो 2013
• 121 बनाम वेस्टइंडीज नॉर्थ साउंड 2010
• 129 बनाम न्यूजीलैंड लॉर्ड्स 2009
न्यूयॉर्क में खेले गए मुकाबले में अफ्रीका ने टॉस जीतकर बैटिंग करने का फैसला किया और 20 ओवर में सिर्फ 113/6 रन बोर्ड पर लगाए। इस दौरान टीम के लिए हेनरिक क्लासेन ने सबसे बड़ी पारी खेलते हुए 44 गेंदों में 2 चौके और 3 छक्कों की मदद से 46 रन बनाए थे। पहली पारी के बाद तो लगा कि अफ्रीका मुकाबला हार जाएगी, लेकिन उनके गेंदबाज़ों ने ऐसा होने नहीं दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश को अफ्रीकी गेंदबाज़ों ने 20 ओवर में 109/7 रनों पर सीमित कर दिया। टीम के लिए तौहीद हृदयोय (37) और महमूदुल्लाह (20) ने अच्छी पारियां ज़रूर खेलीं, लेकिन टीम को जीत की लाइन नहीं पार करवा सके। अफ्रीका के लिए इस दौरान केशव महाराज ने सबसे ज़्यादा 3 विकेट चटकाए। इसके अलावा एनरिक नॉर्किया और कगिसो रबाडा को 2-2 सफलताएं मिलीं।