भारत ने पाकिस्तान को T20WC के 19वें मैच में 120 रन बनाने से रोकने में सफलता प्राप्त करते ही ग्रुप ए की पाइंट टेबल में 4 अंकों के साथ स्वयं को पहले नम्बर पर लाने में सफलता प्राप्त कर ली। 120 रनों के लक्ष्य को लेकर मैदान में उतरी पाकिस्तान की टीम ने इस बात की उम्मीद नहीं की थी कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा अपनी सूझबूझ से गेंदबाजों का इस तरह से इस्तेमाल करेंगे कि वो इस लक्ष्य को पाने में कामयाब नहीं हो पाएंगे। इस जीत में सबसे बड़ी भूमिका रोहित शर्मा की रही, जिन्होंने धैर्य के साथ अपने गेंदबाजों का लगातार छोर बदलते हुए उपयोग किया।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 का 19वां मुकाबला भारत और पाकिस्तान के बीच न्यूयॉर्क में खेला गया। बल्लेबाजी में निराशाजनक प्रदर्शन करने के बाद टीम इंडिया बोर्ड पर मात्र 119 ही रन लगाने में कामयाब रही। उस समय ऐसा लग रहा था कि यह मैच भारत के हाथ से फिसल चुका है, यहां तक पाकिस्तान की पारी की शुरुआत में भारत के जीत का प्रतिशत मात्र 8 बताया जा रहा था। मगर तब रोहित शर्मा और टीम इंडिया की जिद पाकिस्तान के आड़े आ गई और हार का डर पड़ोसी देश पर मडराने लगा।
बाबर आजम और मोहम्मद रिजवान ने पाकिस्तान को अच्छी शुरुआत दी थी। पहले विकेट के लिए दोनों के बीच 26 रनों की साझेदारी हुई थी। इस पार्टनरशिप को जसप्रीत बुमराह ने तोड़ा और पहली सफलता दिलाई। बाबर का विकेट गिरने के बाद पाकिस्तान की पारी मानों थम सी गई। पाकिस्तान ने पावर प्ले के 6 ओवर में मात्र 35 रन बनाए थे और अपना एक विकेट खो दिया था। हालांकि इस परिस्थिति में भी वह भारत से मजबूत नजर आ रहा था, क्योंकि भारत ने अपने 6 ओवर में 2 विकेट खो दिए थे लेकिन रन उसने 50 बनाए थे।
रोहित शर्मा की रणनीति साफ थी। वह अपने गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए नहीं अपितु रन रोकने के लिए लेंथ पर गेंदबाजी करने के लिए कह रहे थे, जिससे पाकिस्तान पर रनों का दबाव बनाया जा सके। रोहित शर्मा जानते थे कि न्यूयॉर्क की इस पेचीदा पिच पर स्पिन एक कमजोर कड़ी साबित हो सकती थी, इस वजह से पावरप्ले खत्म होते ही हिटमैन ने शानदार चाल चली और रविंद्र जडेजा को अटैक पर लगाया। क्रीज पर कोई लेफ्टी बल्लेबाज ना होने की चलते जडेजा के लिए गेंदबाजी करना आसान हो गया। उस्मान खान और मोहम्मद रिजवान जडेजा के 2 ओवर में मात्र 10 ही रन बटोर पाए।
10 ओवर के बाद जब पाकिस्तान का स्कोर 1 विकेट के नुकसान पर 57 रन था तो रोहित ने अक्षर पटेल को दूसरे छोर से लगाकर एक और चाल चली। अक्षर को अटैक पर लगाने का मूव भारत के हित में रहा और स्पेल की पहली ही गेंद पर अक्षर ने उस्मान खान का विकेट चटकाया। अक्षर पटेल ने अपने पहले ओवर से 9 रन खर्च किए क्योंकि बाएं हाथ के बल्लेबाज फखर जमन क्रीज पर आ चुके थे।
रोहित शर्मा ने तत्काल अपनी रणनीति बदली और दोनों स्पिनर्स को अटैक से हटाया और विकेट के लिए फिर तेज गेंदबाजों का रुख किया। अर्शदीप की स्पेल की शुरुआत अच्छी नहीं रही थी जिस वजह से उन्हें कॉन्फिडेंस देना जरूर था, रोहित ने बीच के ओवर में उन्हें अटैक पर लगाया और ये गेंदबाज असरदार साबित हुआ। अर्शदीप को यहां विकेट तो नहीं मिला, मगर उन्होंने 12वें और 14वें ओवर से मात्र 13 रन खर्च किए। यहां रोहित शर्मा की तारीफ बनती है, उन्होंने कमजोर कड़ी साबित हो रहे अर्शदीप के दो ओवर भी निकलवाए और इस युवा गेंदबाज को कॉन्फिडेंस भी दिया।
इस बीच हार्दिक पांड्या ने फखर जमन को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। इस विकेट से पाकिस्तान पर दबाव और भारत का जीत का प्रतिशत भी बढ़ा। फखर जमन का विकेट गिरने के बाद रोहित शर्मा ने जसप्रीत बुमराह को अटैक पर लाने में जरा भी देरी नहीं की। हिटमैन जानते थे कि अगर यहां से मोहम्मद रिजवान का विकेट मिल जाता है तो भारत मैच में वापसी कर सकता है।
रोहित शर्मा का यह मूव भी चला और बुमराह ने 15वें ओवर में मोहम्मद रिजवान को बोल्ड कर भारत की मैच में वापसी करवाई। रिजवान के विकेट के साथ भारत को जीत की खुशबू आने लगी थी और 17वें ओवर के खत्म होते-होते भारत का जीत का प्रतिशत 36 तक पहुंच गया था।
अंतिम तीन ओवर में पाकिस्तान को 30 रनों की दरकार थी। अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज और जसप्रीत बुमराह का 1-1 ओवर बाकी था। हर कोई यह तो जानता था कि बुमराह सबसे महत्वपूर्ण 19वां ओवर करेंगे, मगर 18वां और आखिरी ओवर कौन करेगा इस पर सवाल था।
रोहित शर्मा ने यहां मोहम्मद सिराज के साथ जाने का फैसला किया ताकि भारत रन रोकर पाकिस्तान पर और अधिक दबाव बना सके। सिराज ने इससे पहले 3 ओवर में किफायती गेंदबाजी कर 10 ही रन खर्च किए थे। 18वें ओवर में सिराज लय में नहीं दिखे और उन्होंने एक वाइड और एक नो बॉल के साथ 9 रन खर्च किए। भारत के लिए अच्छी बात यह रही कि इस ओवर में कोई बाउंड्री नहीं आई।