भारत और न्यूजीलैंड के बीच तीन मैच की टी20 सीरीज बुधवार (17 नवंबर) से शुरू होने जा रही है। पहला मैच जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला जाएगा। मैच की पूर्वसंध्या पर नए कप्तान रोहित शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। रोहित ने कहा कि सारे लड़के मशीन नहीं हैं कि लगातार मैदान पर आएं। फ्रेशनेस जरूरी है। हमने इस सीरीज में काफी खिलाड़ियों को आराम दिया है। आगे जो क्रिकेट आ रहा है, उसमें सभी को मजबूत मानसिक स्थिति में रखने के लिए रेस्ट देना जरूरी है। विराट कोहली के सवाल पर रोहित ने कहा कि ये बेहद सीधी बात है।
जो अब तक कोहली टीम के लिए करते आए हैं और आगे भी उनका यही रोल रहेगा। वे टीम के महत्वपूर्ण खिलाड़ी हैं। हर गेम में लोगों का रोल अलग होता है। हर कोई इसके लिए तैयार है। कोहली के अनुभव और उनकी बल्लेबाजी के चलते वे जब भी लौटेंगे, वे टीम को मजबूत करेंगे। उल्लेखनीय है कि कोहली को इस सीरीज में आराम दिया गया है। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैच की सीरीज के पहले टेस्ट में भी उपलब्ध नहीं रहेंगे। कोहली ने टी20 विश्व कप से पहले ही इस फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने की घोषणा कर दी थी।
खिलाड़ी की मानसिक व शारीरिक क्षमता का रखना होगा ध्यान : द्रविड़
नए
कोच पूर्व दिग्गज बल्लेबाज राहुल द्रविड़ ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा
कि हमें वर्क लोड को मैनेज करना होगा। पिछले 6 महीने से खिलाड़ी लगातार खेल
रहे हैं। फुटबॉल की तरह क्रिकेट में भी इसे लागू करना होगा। खिलाड़ी की
मानसिक और शारीरिक क्षमता का इसमें ध्यान रखना होगा। नए खिलाड़ियों के लिए
अच्छा मौका है। मुझे पूरा विश्वास है कि सभी इस सीरीज में अच्छा करेंगे।
मैं खिलाड़ियों के साथ काम करने को लेकर उत्सुक हूं। हमारे पास बेहद संतुलित
टीम है। हर बार कोचिंग का तरीका अलग होता है, कुछ चीजें भले ही समान रहती
हो लेकिन हर चीज जो अंडर-19 में की है, वो यहां पर नहीं हो पाएगी।
पहले
खिलाड़ियों को समझेंगे, तभी उनसे बेहतर निकाल पाएंगे। उल्लेखनीय है कि
द्रविड़ काफी समय से नेशनल क्रिकेट एकेडमी (एनसीए) प्रमुख थे। वे कई युवा
खिलाड़ियों को तैयार कर चुके हैं। द्रविड़ को जुलाई में श्रीलंका दौरे पर
लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट की सीरीज खेलने के लिए गई युवा टीम इंडिया का अंतरिम
कोच बनाया गया था। उस समय अधिकतर सीनियर खिलाड़ी इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट
सीरीज खेलने में व्यस्त थे और वहां रवि शास्त्री कोच थे। द्रविड़ आईपीएल में
राजस्थान रॉयल्स के भी मेंटर रहे हैं। बीसीसीआई और फैंस को द्रविड़ से काफी
उम्मीदें हैं।
टी20 विश्व कप में ओस का रहा था बड़ा असर, नेहरा-सहवाग ने दिया यह सुझाव
दो
दिन पहले यूएई में खत्म हुए टी20 विश्व कप के मुकाबलों में ओस (ड्यू) की
भूमिका काफी अहम रही थी। इस कारण टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना
पसंद कर रही थी क्योंकि बाद में ओस के कारण गेंद पर ग्रिप बनाना बहुत
मुश्किल था। ऐसे में बाद में बल्लेबाजी करते हुए कोई भी लक्ष्य हासिल किया
जा सकता था। आंकड़े भी यही गवाही देते हैं। इस बीच भारत-न्यूजीलैंड की सीरीज
से ठीक पहले दो भारतीय दिग्गजों ने इस मुद्दे पर बात की है। बाएं हाथ के
पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा ने क्रिकबज पर बातचीत करते हुए कहा कि ओस से
बचने का सिर्फ एक ही उपाय है कि मैच को दिन में जल्दी शुरू किया जाए।
इसे
लेकर पहले भी कई बार बात हुई है। जैसे हर 3 ओवर में गेंद बदल दी जाए,
स्प्रे के अलावा सुपर शॉपर का भी इस्तेमाल किया गया, लेकिन इसका कोई फायदा
नहीं हुआ। मैच अगर शाम 4 बजे शुरू किया जाए तो ओस इतना बड़ा फैक्टर नहीं
रहेगा। विश्व कप के फाइनल में अगर गेंद सूखी होती तो शायद नजारा ही अलग
होता। गेंद गीली होने से स्पिनर पूरी तरह से खेल से बाहर हो जाते हैं।
पूर्व ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि ओस को लेकर हर टीम के कप्तान को
आईसीसी से बात करनी चाहिए। मैच को 2 घंटे पहले शुरू किया जाए। टेस्ट भी तो
दिन में ही खेले जाते हैं। ज्यादा से ज्यादा फैंस को बुलाने के लिए नाइट के
मैच शुरू किए गए, लेकिन उनके होने से ज्यादा जरूरी है मैच का न्यूट्रल
होना। ओस के कारण टॉस जीतने वाली टीम हमेशा फायदे में रहती है।