खिताब की प्रबल दावेदार टीम इंडिया को पिछले महीने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। उसे साउथम्पटन में बरसात से बाधित 6 दिवसीय टेस्ट में न्यूजीलैंड ने आठ विकेट से हरा दिया था। अब भारतीय टीम को 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैच की टेस्ट सीरीज खेलनी है।
इस सीरीज के लिए भारतीय बल्लेबाजों का फॉर्म में लौटना निहायत जरूरी है। इस बीच महान ओपनर और पूर्व कप्तान सुनील गावसकर ने उम्मीद जताई है कि दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा सीरीज में शतकों का अंबार लगा सकते हैं। गावसकर ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा कि हमने दो साल पहले रोहित को इंग्लैंड में आयोजित वनडे विश्व कप में पांच शानदार शतक जमाते हुए देखा था।
रोहित ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जो शतक लगाया था, वह मुश्किल पिच थी और मौसम भी ठंडा था। रोहित ने खुद को परिस्थितियों के अनुसार ढाला। अब दो साल बाद वे पहले से ज्यादा अनुभवी हैं और अगर वे इस सीरीज में भी वैसा ही प्रदर्शन करते हैं, तो आश्चर्य नहीं होगा।
रोहित ने विदेशी धरती पर 3 टेस्ट में ही की है ओपनिंग
उल्लेखनीय
है कि रोहित डब्ल्यूटीसी फाइनल में ज्यादा परेशानी में नहीं दिखे।
उन्होंने शुरुआती ओवरों का बढ़िया सामना किया था। रोहित ने वर्ष 2019 में
टेस्ट में भी ओपनिंग की जिम्मेदारी निभानी शुरू की थी। इसके बाद से ही इस
फॉर्मेट में उनके प्रदर्शन और रिकॉर्ड में काफी सुधार हुआ है। हालांकि
विदेशी जमीन पर अभी तक उन्हें सिर्फ 3 टेस्ट में ओपनिंग का मौका मिला है।
इंग्लैंड के खिलाफ उनके सामने दिग्गज तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट
ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर की चुनौती रहेगी, जो गति और स्विंग दोनों में माहिर
हैं।
बीसीसीआई ने किया साफ, गिल की जगह शॉ व पडिक्कल को नहीं भेजेंगे
दाएं
हाथ के युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल चोटिल होकर इंग्लैंड दौरे से बाहर
हो गए हैं। अटकलें लगाई जा रही थीं कि उनकी जगह लेने के लिए पृथ्वी शॉ व
देवदत्त पडिक्कल को इंग्लैंड भेजा जा सकता है। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल
बोर्ड (BCCI) ने साफ कर दिया है कि किसी को इंग्लैंड नहीं भेजा जाएगा।
भारतीय टीम प्रबंधन ने 28 जून को अपने प्रशासनिक मैनेजर गिरीश डोंग्रे के
जरिये इन दोनों ओपनर्स को भेजने के लिए कहा था। चयन समिति का मानना है कि
वहां पहले से चार सलामी बल्लेबाज हैं। बीसीसीआई के सूत्रों ने पीटीआई से
कहा कि पृथ्वी श्रीलंका में ही रहेंगे। कहा जा रहा है कि टीम प्रबंधन इसलिए
दो सलामी बल्लेबाजों को चाहता है क्योंकि वे अभिमन्यु ईश्वरन की तकनीक से
प्रभावित नहीं हैं।