RCB टीम के मालिक को IPL फाइनल जीतने पर हुआ कितना करोड़ का फायदा? यहां जानिए पूरी गणित

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की टीम का मालिकाना हक यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड (USL) के पास है, जो कि Diageo की एक सहायक कंपनी है। इस फ्रेंचाइज़ी की पूरी देखरेख Diageo India के चीफ कमर्शियल ऑफिसर और RCB के चेयरमैन प्रथमेश मिश्रा करते हैं। आईपीएल 2025 के ऑक्शन में भी प्रथमेश मिश्रा टीम का अहम हिस्सा थे। अब जब RCB ने अपना पहला आईपीएल खिताब जीत लिया है, तो सवाल यह है कि इससे टीम मालिक को कितना फायदा हुआ है?

RCB को खिताब जीतने पर कितनी प्राइज मनी मिली?

पंजाब किंग्स को हराकर RCB ने आईपीएल 2025 का पहला खिताब जीता और इसके साथ टीम को 20 करोड़ रुपये की प्राइज मनी दी गई। हालांकि, सरकार को टैक्स के रूप में इसका लगभग 30% देना होगा। यानी टैक्स कटने के बाद टीम को करीब 9 करोड़ 10 लाख रुपये की वास्तविक प्राइज मनी मिली।

लेकिन एक आईपीएल टीम केवल प्राइज मनी से नहीं चलती। एक टीम बनाने, खिलाड़ियों को खरीदने और मैनेजमेंट पर करोड़ों रुपये खर्च होते हैं। इस सीजन सबसे महंगे खिलाड़ी ऋषभ पंत रहे जिन्हें 27 करोड़ रुपये में खरीदा गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि टीम के मालिक आखिर मुनाफा कैसे कमाते हैं?

RCB के मालिक की कमाई का असली फॉर्मूला क्या है?

आईपीएल अब सिर्फ एक क्रिकेट टूर्नामेंट नहीं, बल्कि एक विशाल बिजनेस मॉडल है। टीम मालिकों की कमाई के स्रोत विविध हैं – प्राइज मनी, मीडिया राइट्स, स्पॉन्सरशिप डील्स, और टिकट सेल्स इसका प्रमुख हिस्सा हैं।

RCB की जर्सी पर कई बड़े ब्रांड्स के लोगो लगे होते हैं जो वहां छपने के लिए करोड़ों रुपये देते हैं। इसके अलावा, टीम मालिकों को हर सीजन मीडिया राइट्स से भी मोटी रकम मिलती है। आईपीएल के मीडिया राइट्स 5 साल के लिए हजारों करोड़ में बेचे गए हैं, और इसका एक तय हिस्सा सभी टीमों में बांटा जाता है।

टिकट बिक्री से RCB को कितना फायदा?


टिकटों की बिक्री टीम मालिकों के लिए एक और बड़ा रेवेन्यू सोर्स है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, किसी भी मैच में बिकी टिकट का लगभग 80% हिस्सा टीम मालिकों के पास जाता है। एक सामान्य आईपीएल मैच की टिकट 3,000 रुपये से लेकर 30,000 रुपये तक की होती है, जबकि फाइनल की टिकटें इससे भी ज्यादा महंगी होती हैं।

आईपीएल 2025 का फाइनल अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया, जो देश का सबसे बड़ा स्टेडियम है और इसमें लगभग 1.35 लाख दर्शक बैठ सकते हैं। अगर हम मान लें कि औसतन एक टिकट की कीमत 5,000 रुपये थी और लगभग 1 लाख लोग मैच देखने पहुंचे, तो सिर्फ टिकटों से करीब 50 करोड़ रुपये की कमाई हुई होगी। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है क्योंकि मेन स्टैंड्स की टिकट्स और वीआईपी सीट्स की कीमत काफी ज्यादा होती है।