भारत और इंग्लैंड के बीच केनिंग्टन ओवल में जारी पांचवें और अंतिम टेस्ट के टॉस के दौरान भारतीय कप्तान शुभमन गिल से एक बड़ी चूक हो गई, जिससे टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। गिल ने टॉस के समय मीडिया से कहा कि टीम में तीन बदलाव किए गए हैं, लेकिन जब आधिकारिक टीम शीट सामने आई, तो उसमें चार बदलाव दर्ज थे।
टॉस पर शुभमन गिल की जानकारी से फैला भ्रमटॉस के दौरान शुभमन गिल ने बताया कि ऋषभ पंत, शार्दुल ठाकुर और जसप्रीत बुमराह को अंतिम एकादश से बाहर किया गया है और उनकी जगह ध्रुव जुरेल, करुण नायर और प्रसिद्ध कृष्णा को मौका मिला है। लेकिन उसी समय स्टेडियम में मौजूद दर्शकों और पत्रकारों ने देखा कि तेज़ गेंदबाज़ आकाशदीप भी रनअप मार्क कर रहे थे, जिससे यह सवाल खड़ा हुआ कि क्या वे भी प्लेइंग इलेवन में हैं?
इस कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए जैसे ही आधिकारिक टीम शीट सामने आई, स्थिति स्पष्ट हो गई। दरअसल, टीम इंडिया में तीन नहीं, चार बदलाव हुए थे — अंशुल कंबोज को बाहर कर आकाशदीप को टीम में शामिल किया गया था।
चोट से लौटे आकाशदीप, अंशुल हुए बाहरपिछले टेस्ट में कमर की चोट के कारण आकाशदीप को बाहर बैठना पड़ा था और उनकी जगह डेब्यू करने वाले अंशुल कंबोज को मौका मिला था। हालांकि कंबोज अपने डेब्यू को यादगार नहीं बना सके और इस बार जैसे ही आकाशदीप फिट हुए, उन्हें तुरंत अंतिम एकादश में वापस बुला लिया गया। यह बदलाव गिल द्वारा बताए गए तीन नामों में शामिल नहीं था, जिससे यह भ्रम और गहरा गया।
करुण नायर की वापसी—एक और आखिरी मौका?इस मुकाबले में एक और बड़ा बदलाव रहा करुण नायर की वापसी। 8 साल के लंबे अंतराल के बाद नायर को टेस्ट टीम में दोबारा जगह मिली थी। उन्हें इंग्लैंड दौरे पर तीन मैचों में छह पारियां खेलने का मौका मिला, लेकिन वे एक भी प्रभावशाली पारी नहीं खेल पाए। मैनचेस्टर टेस्ट में खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था, जिससे यह अटकलें तेज़ हो गई थीं कि शायद उनका टेस्ट करियर समाप्त हो गया है।
हालांकि, आखिरी टेस्ट में टीम मैनेजमेंट ने उन्हें एक और मौका दिया है। कप्तान शुभमन गिल और मेंटॉर गौतम गंभीर का यह फैसला करुण नायर के लिए आखिरी मौका साबित हो सकता है। अगर वे इस बार भी असफल रहते हैं तो उनके लिए टेस्ट क्रिकेट के दरवाज़े हमेशा के लिए बंद हो सकते हैं।
टॉस के दौरान टीम के बदलावों को लेकर हुई चूक ने यह साबित कर दिया कि भारत की टीम मैनेजमेंट में संप्रेषण की कमी है, खासकर जब टेस्ट जैसे बड़े मुकाबले की बात हो। शुभमन गिल के लिए यह सीख है कि बतौर कप्तान प्रत्येक जानकारी स्पष्ट और सटीक होनी चाहिए। वहीं, आकाशदीप की वापसी और करुण नायर को मिला आखिरी मौका भारत के लिए इस निर्णायक टेस्ट में अहम साबित हो सकता है। अब देखना होगा कि टीम इस मैच में क्या रणनीति अपनाती है और क्या करुण नायर इस बार खुद को साबित कर पाते हैं।