मैक्सवेल-लिविंगस्टोन छुट्टियां मनाने भारत आते हैं, ट्रॉफी जीतने नहीं, सहवाग का तीखा तंज

टीम इंडिया के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज़ वीरेंद्र सहवाग ने आईपीएल 2025 में विदेशी खिलाड़ियों के लचर प्रदर्शन पर खुलकर भड़ास निकाली है। खासतौर पर ग्लेन मैक्सवेल और लियाम लिविंगस्टोन को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा कि ये खिलाड़ी छुट्टियां मनाने भारत आते हैं, न कि अपनी टीमों को जीत दिलाने।

सहवाग ने यह बयान एक क्रिकेट शो के दौरान दिया और दो टूक शब्दों में कहा कि इन खिलाड़ियों के भीतर अब कोई भूख नहीं बची है। सहवाग ने कहा, “मैक्सवेल और लिविंगस्टोन का मन अब क्रिकेट में नहीं है। उन्हें ट्रॉफी जीतने की कोई परवाह नहीं, न ही टीम के लिए कोई जुनून बचा है।”

मैदान पर दिखता नहीं कोई ज़ज्बा

पंजाब किंग्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेल रहे ये दोनों खिलाड़ी अब तक आईपीएल 2025 में बेहद खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। लगातार फ्लॉप प्रदर्शन के चलते दोनों को प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया गया है।

सहवाग ने आगे कहा, “मैंने कई विदेशी खिलाड़ियों के साथ खेला है, लेकिन उनमें से बहुत कम ऐसे थे जिनमें जीत की भूख दिखी। अधिकतर बस बातें करते हैं, लेकिन प्रदर्शन के नाम पर कुछ खास नहीं देते।”

डेविड वॉर्नर और एबी डिविलियर्स जैसे खिलाड़ी अपवाद हैं

सहवाग ने डेविड वॉर्नर, एबी डिविलियर्स और ग्लेन मैक्ग्रा जैसे खिलाड़ियों की तारीफ करते हुए कहा कि ये वो खिलाड़ी थे जो खुद आगे बढ़कर टीम को जिताने की बात करते थे। उन्होंने बताया, “ऐसे कई विदेशी खिलाड़ी थे जो सेमीफाइनल के बाद बस ये पूछते थे कि ‘आज पार्टी कहां है?’ ऐसे में पता चल जाता है कि कौन खेलने आया है और कौन छुट्टी बिताने।”

मैक्सवेल-सहवाग की पुरानी टकराव की कहानी

ग्लेन मैक्सवेल और वीरेंद्र सहवाग के बीच का रिश्ता पहले भी विवादों में रहा है। जब मैक्सवेल पंजाब किंग्स के लिए खेल रहे थे, तब सहवाग टीम के वरिष्ठ खिलाड़ी और चयन प्रक्रिया में प्रभावशाली भूमिका में थे।

2024 में प्रकाशित मैक्सवेल की किताब में उन्होंने सहवाग पर कई गंभीर आरोप लगाए। मैक्सवेल ने लिखा कि सहवाग टीम चयन को लेकर सहयोग नहीं करते थे और अंतिम फैसले अकेले लेते थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि सहवाग ने सीज़न के आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हें सार्वजनिक रूप से अपमानित किया।

मैक्सवेल ने अपनी किताब में लिखा, “मैं प्रेस को संबोधित करने वाला था, लेकिन सहवाग ने खुद यह जिम्मेदारी ले ली। टीम बस में चढ़ते ही मैंने देखा कि मुझे टीम के मुख्य वॉट्सएप ग्रुप से हटा दिया गया है। होटल पहुंचते-पहुंचते मेरा फोन लगातार बज रहा था—सहवाग ने मीडिया में मुझे ‘सबसे बड़ी निराशा’ कहकर निशाना बनाया था।”

“तुम जैसे फैन की ज़रूरत नहीं”: सहवाग का जवाब

मैक्सवेल ने यह भी बताया कि उन्होंने सहवाग को एक मैसेज भेजा जिसमें लिखा कि वो उनके फैन नहीं रहे। इस पर सहवाग का जवाब था—“तुम जैसे फैन की ज़रूरत नहीं।” इसके बाद दोनों के बीच कभी बात नहीं हुई।