सचिन तेंदुलकर ने की मोहम्मद सिराज की तारीफ, कोहली मामले में वेंगसरकर ने साधा गांगुली पर निशाना

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने दाएं हाथ के युवा तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की तारीफ की है। सचिन ने सिराज को जल्दी सीखने वाला खिलाड़ी बताया। सचिन ने सिराज की ऊर्जा और बॉडी लैंग्वेज की तारीफ की। सचिन का मानना है कि सिराज ने पिछले कुछ समय में जो सफलता हासिल की है उसका एक कारण उनकी ये दो खूबियां हैं। सचिन ने ‘बैकस्टेज विद बोरिया’ कार्यक्रम में कहा कि सिराज के पैरों में स्प्रिंग है और मुझे ये देखना पसंद है। उनका रन अप… आप देख सकते हैं कि सिराज बेहद ऊर्जावान रहते हैं। सिराज उस तरह के गेंदबाज हैं जिन्हें आप देखेंगे तो पता नहीं कर पाएंगे कि वह दिन का पहला ओवर है या आखिरी ओवर।

वे हमेशा आप पर हावी रहेंगे। वे प्रोपर तेज गेंदबाज हैं और उनकी बॉडी लैंग्वेज काफी सकारात्मक है। मुझे ये बातें काफी पसंद हैं। वे काफी तेजी से सीखते हैं। इस पर सिराज ने ट्वीट करते हुए लिखा, “इस तारीफ के लिए शुक्रिया सचिन सर। आपसे इस तरह की तारीफ मिलना मेरे लिए बहुत बड़ी प्रेरणा है। मैं देश के लिए सर्वश्रेष्ठ करूंगा। स्वस्थ रहिए सर।” सिराज 10 टेस्ट में 33 विकेट ले चुके हैं। सिराज ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर डेब्यू किया था और तब से उन्होंने बेहद प्रभावित किया है। इंग्लैंड दौरे पर भी उनकी गेंदों ने कहर बरपाया था।


गांगुली को सलेक्शन कमेटी की तरफ से बोलने का हक नहीं : वेंगसरकर

भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और दाएं हाथ के दिग्गज बल्लेबाज दिलीप वेंगसरकर ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली पर निशाना साधा है। वेंगसरकर का मानना है कि गांगुली को चयनकर्ताओं की तरफ से टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली से बात करने का कोई हक नहीं था। वेंगसरकर ने खलीज टाइम्स के साथ बातचीत में गांगुली और कोहली के बीच हुए हालिया विवाद को लेकर रिएक्शन दी। उन्होंने कहा कि ये जो पूरी घटना हुई है वो काफी दुर्भाग्यपूर्ण रही है। मेरा ये मानना है कि क्रिकेट बोर्ड को इस मामले को ज्यादा प्रोफेशनल तरीके से हैंडल करना चाहिए था। गांगुली को सलेक्शन कमेटी की तरफ से बोलने का कोई हक नहीं है।

गांगुली बीसीसीआई के प्रेसिडेंट हैं। कप्तानी और सलेक्शन के बारे में केवल चेयरमैन ऑफ सलेक्शन कमेटी को बात करना चाहिए। उल्लेखनीय है कि कोहली ने दक्षिण अफ्रीका रवाना होने से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। कोहली ने गांगुली के उस बयान का जवाब दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि वे नहीं चाहते थे कि वे टी20 टीम की कप्तानी छोड़ें और उन्होंने खुद इस बारे में कोहली से बात की थी लेकिन वे नहीं माने। कोहली ने इस बयान को सिरे से खारिज कर दिया था। इस मामले में काफी विवाद हुआ और पूर्व क्रिकेटर्स ने इसकी आलोचना की है।