भारत और इंग्लैंड के बीच सीरीज के पांचवें और अंतिम टेस्ट को शुक्रवार को शुरू होने से कुछ घंटे पहले रद्द कर दिया गया, क्योंकि टीम इंडिया के खेमे में एक कोविड-19 का केस मिला था। भारतीय फीजियो योगेश परमार के कोरोना पोजिटिव होने के बाद भारतीय खिलाड़ियों ने डर के चलते खेलने से मना कर दिया क्योंकि उन्हें डर था कि अगर वे संक्रमित हो गए तो आने वाले आईपीएल में नहीं खेल पाएंगे। यूएई में 19 सितंबर से आईपीएल-14 के शेष मुकाबले खेले जाएंगे।
इस बीच, भारत के पूर्व बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने रद्द किए गए टेस्ट को फिर से कराने के बीसीसीआई के प्रस्ताव की सराहना की है। गावस्कर ने सोनी स्पोर्ट्स पर बातचीत में कहा कि भारत को दौरा पूरा करना चाहिए, भले ही वह बाद में खेलने जाए। हमें 2008 में हुए आतंकी हमले के बाद इंग्लैंड की वापसी को कभी नहीं भूलना चाहिए। उस वक्त इंग्लिश टीम यह कहने की पूरी हकदार थी कि हम सुरक्षित महसूस नहीं करते। हम वापस नहीं आ रहे हैं। मगर वे आए और सीरीज पूरी करके गए।
भारतीय टीम पर उंगली उठाना गलत : पीटरसन
पांचवें टेस्ट को
रद्द होने को पूर्व क्रिकेटरों ने निराशाजनक करार दिया। ऑस्ट्रेलियाई
दिग्गज स्पिनर शेन वार्न ने ट्वीट किया कि यह बहुत बड़ी निराशा है, यह
शानदार श्रृंखला रही। इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन ने
कहा कि टेस्ट नहीं खेलने का फैसला करने के लिए भारतीय टीम पर उंगली नहीं
उठानी चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया कि इंग्लैंड ने कोविड-19 के डर के कारण
दक्षिण अफ्रीका का दौरा छोड़ दिया था जिससे क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए)
की वित्तीय स्थिति प्रभावित हुई थी। ऐसे में भारत की आलोचना नहीं होनी
चाहिए।
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने लिखा कि भारत ने
इंग्लैंड क्रिकेट की गरिमा को ठेस पहुंचाई है लेकिन इंग्लैंड ने भी दक्षिण
अफ्रीका क्रिकेट के साथ ऐसा ही किया था। इंग्लैंड के एक अन्य पूर्व कप्तान
नासिर हुसैन ने कहा कि बायो बबल माहौल और इस सीरीज के आयोजन के लिए जो कुछ
भी किया गया उसे देखते हुए इसका इस तरह से खत्म होना निराशाजनक है।
मेजबान लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के CEO ने जताई निराशा
टेस्ट
रद्द होने से मेजबान लंकाशायर काउंटी क्रिकेट क्लब के सीईओ डेनियल गिडनी
भी खासा निराश हैं। गिडनी के मुताबिक इससे वित्तीय प्रभाव पड़ेगा और ये
प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करेगा। मुकाबले का स्थगन निश्चित रूप से इंग्लैंड
एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के लिए महंगा साबित होगा, जो पुरुषों के
टेस्ट मैच से अधिकांश राजस्व प्राप्त करता है।
गिडनी ने स्काई
स्पोर्ट्स से कहा कि निश्चित रूप से महत्वपूर्ण वित्तीय प्रभाव हैं। हमारे
पास प्रतिष्ठा के मुद्दे भी हैं, मेरा मतलब है कि ओल्ड ट्रैफर्ड का टेस्ट
क्रिकेट की मेजबानी का 100 साल से अधिक पुराना इतिहास रहा है। हम पूरी तरह
से निराश और तबाह हो गए हैं। हालांकि स्थिति हमारे नियंत्रण में नहीं थी और
टिकट धारकों को पूरा रिफंड किया जाएगा।