लोकेश राहुल के नेतृत्व में पंजाब किंग्स ने आईपीएल-14 में अपना अभियान छठे स्थान पर रहकर खत्म किया। पंजाब को 14 में से 6 मैच में जीत मिली। उससे नीचे दो टीमें राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद रहीं। पंजाब इस बार भी प्लेऑफ (अंतिम 4) के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई। इसके साथ ही पंजाब के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड जुड़ गया। पंजाब लगातार सातवीं बार प्लेऑफ में जगह नहीं बना पाई। उसने इस मामले में दिल्ली कैपिटल्स को पीछे छोड़ दिया। दिल्ली लगातार छह सीजन में 2013 से लेकर 2018 तक टॉप 4 से बाहर रही थी। दिल्ली 2019 में तीसरे और पिछली बार रनरअप रही थी।
पंजाब का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन साल 2014 में आया था, जब टीम उपविजेता बनी थी। उसे फाइनल में कोलकाता नाइट राइडर्स ने मात दी थी। उसके बाद से पंजाब ने कभी टॉप-4 में जगह नहीं बनाई। 2014 से पहले वह 2008 में आईपीएल के पहले सीजन में सेमीफाइनलिस्ट बनी थी। पंजाब में हरभजन सिंह, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, शॉन मार्श, ग्लेन मेक्सवैल, क्रिस गेल, राहुल जैसे खिलाड़ी रहे हैं, लेकिन टीम अभी तक एक भी खिताब नहीं जीत पाई।
पियूष चावला ने इस भारतीय गेंदबाज को पछाड़ा
आईपीएल-14 के
आखिरी लीग मैच में मुंबई इंडियंस ने सनराइजर्स हैदराबाद को 42 रन से हराया।
हालांकि मुंबई प्लेऑफ के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई। मैच में कप्तान रोहित
शर्मा ने इस सीजन में पहली बार अनुभवी लेग स्पिनर पियूष चावला को मौका
दिया। चावला ने एक विकेट लेकर एक खास रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। चावला अब
भारत की तरफ से टी20 फॉर्मेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने करने वाले गेंदबाज
बन गए हैं।
चावला ने मोहम्मद नबी को कीरोन पोलार्ड के हाथों कैच
कराया। चावला ने 4 ओवर में 38 रन दिए। चावला ने भारत का नं.1 गेंदबाज बनने
की होड़ में दिग्गज लेग स्पिनर अमित मिश्रा को पछाड़ा। दिल्ली कैपिटल्स के
मिश्रा ने 236 मैच में 262 विकेट चटकाए हैं। चावला के 250 मैच में 262
विकेट हो गए हैं। उनका इकोनॉमी रेट 7.47 का है। चावला मुंबई से पहले पंजाब,
चेन्नई व आरसीबी के लिए भी खेल चुके हैं।
आकाश चोपड़ा ने बताई जडेजा की बल्लेबाजी में ये खूबियां
पूर्व
ओपनर व कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने आईपीएल-14 में चेन्नई सुपर किंग्स के बाएं
हाथ के ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी की खूब तारीफ की है। चोपड़ा ने
क्रिकइन्फो पर लिखे एक कॉलम में बताया कि कि सीमित ओवरों के क्रिकेट में
बल्लेबाजी कौशल, विश्वास और आक्रामक रवैये के सही संयोजन के बारे में है।
पिछले कुछ वर्षों में बल्ले से जडेजा के प्रदर्शन से संकेत मिलता है कि
उनके पास अब तीनों हैं। उनके पास हमेशा से स्किल मौजूद थी लेकिन शॉट खेलने
की स्किल निचले क्रम के बल्लेबाज को बनाने में चुनौतीपूर्ण जरूर होता है।
उनके
लिए खेल की स्थिति को समझने के लिए रन-स्कोरिंग के साथ-साथ बहुत कुछ होता
है। जडेजा को इस भूमिका को निभाने व ठीक से परिचित होने में कुछ समय लगा
है। जडेजा का बल्लेबाजी के प्रति दृष्टिकोण विश्वास को दर्शाता है।
उन्होंने हाल ही में खेले गए कुछ मुकाबलों में ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की है।
वे आईपीएल-14 में 75.66 के औसत से 227 रन बना चुके हैं।