हॉकी टूर्नामेंट : सेमीफाइनल में हारा भारत, तीसरे स्थान के लिए पाकिस्तान से भिड़ेगा, बिलियर्ड्स में पंकज बने चैंपियन

ढाका में जारी एशियन चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी के सेमीफाइनल में मंगलवार को टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारत को हार का सामना करना पड़ा। जापान ने भारत को 5-3 से हरा हिसाब चुकता कर दिया। ग्रुप मैच में भारत ने जापान को 6-0 से रौंदा था। अब तीसरे स्थान के लिए बुधवार को भारत की भिड़ंत चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगी। भारत ने ग्रुप मैच में पाकिस्तान को 3-2 से हराया था। आज मैच की शुरुआत से ही जापानी टीम भारत पर हावी हो गई। पहले क्वार्टर में जापान ने छह पेनल्टी कॉर्नर हासिल किए और दो गोल दागे। भारत के लिए दूसरे क्वार्टर में दिलप्रीत सिंह ने पहला गोल किया।

इसी क्वार्टर के 14वें मिनट में जापान ने एक और गोल कर दिया। इस तरह से पहले हाफ (30 मिनट) में स्कोर 3-1 से जापान के पक्ष में रहा। दूसरे हाफ में भी भारतीय टीम वापसी नहीं कर पाई। जापान ने तीन क्वार्टर के बाद 5-1 से बढ़त बना ली। भारत ने आखिरी क्वार्टर में दो गोल किए, जो सांत्वना से ज्यादा कुछ नहीं थे। दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण कोरिया ने पाकिस्तान को 6-5 से हार का स्वाद चखाया। अब बुधवार को जापान और दक्षिण कोरिया के बीच फाइनल खेला जाएगा।


दिग्गज क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने 11वीं बार जीता नेशनल टाइटल

स्नूकर और बिलियर्ड्स में कई विश्व खिताब अपने नाम कर चुके देश के शीर्ष क्यू खिलाड़ी पंकज आडवाणी ने एक बार फिर धमाकेदार खेल दिखाया। पंकज ने सोमवार को भोपाल में अपने राष्ट्रीय बिलियर्ड्स खिताब का बचाव करते हुए बादशाहत साबित कर दी। पंकज ने 9 गेम के फाइनल में ध्रुव सितवाला को 5-2 से हरा दिया। वे 11वीं बार चैंपियन बने। ध्रुव के 64 और 42 के स्कोर के बाद पंकज ने 56 और 46 के स्कोर के साथ शुरुआती दो गेम के बाद स्कोर 1-1 कर दिया। ध्रुव ने तीसरे गेम में 84 के स्कोर के साथ 2-1 से बढ़त कायम कर ली।

वे चौथे गेम में भी 101 के स्कोर के साथ जीत की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन एक चूक ने धुरंधर खिलाड़ी पंकज को वापसी का मौका दे दिया। पंकज ने 127 का ब्रेक बना गेम अपने नाम कर लिया। शुरुआती चार गेम के बाद स्कोर 2-2 था। पंकज ने इसके बाद लगातार दो गेम में 150 के एक समान के स्कोर के साथ बढ़त 4-2 कर ली। सातवें गेम में ध्रुव ने कौशल व धैर्य के साथ 134 का स्कोर किया। हालांकि पंकज ने अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए 148 का ब्रेक लगा ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया।