क्या ऐसे होते हैं सोशल मीडिया यूजर्स? कमेंटेटर बने कार्तिक को बगैर किसी गलती के पड़ीं गालियां!

भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक इन दिनों इंग्लैंड में एक नई भूमिका में दिख रहे हैं। वे आजकल कमेंट्री के मैदान में उतरे हुए हैं। कार्तिक वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) के फाइनल में कमेंट्री करने गए थे लेकिन इसके बाद उनका कॉन्ट्रेक्ट इंग्लैंड-श्रीलंका और इंग्लैंड-पाकिस्तान सीरीज के लिए भी हो गया। कार्तिक ने खुलासा किया है कि उन्हें बरसात से बाधित डब्ल्यूटीसी के फाइनल के दौरान हजारों गालियां सुननी पड़ीं। कार्तिक ने गौरव कपूर के पोडकास्ट में बताया कि मैंने बस इतना सा कहा था कि बारिश हो रही है। बस इसी बात पर लोगों ने मुझे गालियां सुनाई। यही नहीं रोज जल्दी नहीं उठने पर भी मुझे गालियां दी गई।

सोशल मीडिया पर लोग ज्यादा ही गंभीर होते हैं। खुद को वेदरमैन बताना दोधारी तलवार साबित हुई। पहले दिन ढेर सारी तारीफ, दूसरे दिन बहुत खुशी हुई, तीसरे दिन यूजर्स मुझे गाली देने लगे। मैं सोना चाहता था यार; मैं मौसम की रिपोर्ट देने के लिए हर दिन सुबह 6 बजे नहीं उठ सकता। उन्होंने मुझे गालियां देनी शुरू की और लिखा-उठो, तुम क्या कर रहे हो। मुझे आसमान में बादल हैं और बारिश हो रही है जैसे शब्दों के लिए भी गालियां पड़ी।

कार्तिक इस बात के लिए भी फंस गए थे विवाद में

कार्तिक कमेंट्री के दौरान एक विवाद में फंस गए थे। कार्तिक ने कह दिया था कि दूसरों के बैट और पत्नियां ही पसंद आती हैं, जिसके बाद बवाल खड़ा हो गया। कार्तिक ने इंग्लैंड-श्रीलंका के दूसरे वनडे के दौरान कहा कि ज्यादातर बल्लेबाजों को खुद के बल्ले पसंद नहीं आते। उन्हें या तो किसी और का बल्ला पसंद है। बल्ले हमेशा पड़ोसी की पत्नी की तरह होते हैं जो हमेशा पसंद आते हैं। बात बढ़ने पर टिप्पणी के तीन दिन बाद कार्तिक को माफी मांगनी पड़ गई।


कार्तिक ने अभी नहीं लिया है संन्यास

36 वर्षीय कार्तिक ने अभी तक संन्यास नहीं लिया है और वे दुनिया के उन चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक हैं, जिन्होंने संन्यास लिए बगैर कमेंट्री में अपना डेब्यू किया हो। साल 2019 के वनडे विश्व कप के बाद कार्तिक को टीम इंडिया से हटा दिया गया था। फिलहाल वे आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के सदस्य हैं। कार्तिक कई बार कमाल की बल्लेबाजी और विकेटकीपिंग दिखा अपनी उपयोगिता साबित कर चुके हैं। हालांकि प्रदर्शन में निरंतरता नहीं होने से वे टीम इंडिया से अंदर-बाहर होते रहते हैं।