BCCI ने उन खिलाड़ियों के लिए NCA में एक हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम ऑर्गनाइज करने का फैसला लिया है, जिनका T20WC टीम में चयन नहीं हो पाया है या जिन खिलाड़ियों को BCCI ने कुछ महीने पहले अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में शामिल नहीं किया था। इनमें टीम में शामिल रहे श्रेयस अय्यर और ईशान किशन शामिल हैं, जिन्हें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने कुछ ही महीने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था। इन दोनों खिलाड़ियों को भी BCCI ने इस प्रोग्राम में शामिल होने को कहा है। बीसीसीआई के इस मूव से इन खिलाड़ियों को फिर से भारतीय जर्सी में आने के चांस बन गए हैं। एक तरह से इन खिलाड़ियों के लिए ये लाइफलाइन है।
दरअसल, भारतीय टीम जून में टी20 विश्व कप यूएसए और वेस्टइंडीज में खेलती नजर आएगी। इसके लिए 15 सदस्यीय टीम चुनी जा चुकी है, लेकिन बाकी के खिलाड़ी क्या करेंगे? ये एक सवाल था, लेकिन बीसीसीआई ने इसका तरीका खोज निकाला है। बीसीसीआई ने एनसीए में एक हाई परफॉर्मेंस प्रोग्राम ऑर्गनाइज करने का फैसला किया है, जिसमें करीब दो दर्जन खिलाड़ियों को इनवाइट किया है। इनमें ज्यादातर वही खिलाड़ी होंगे, जो हाल-फिलहाल में इंडिया के लिए खेले हैं और आईपीएल 2024 में अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहे हैं।
2024-25 डोमेस्टिक सीजन से पहले बीसीसीआई ने वीवीएस लक्ष्मण के नेतृत्व में एनसीए के हाई परफॉर्मेंस मॉनिटरिंग प्रोग्राम के तहत दो दर्जन के करीब खिलाड़ियों को बुलाया है। टाइम्स ऑफ इंडिया को एक सूत्र ने बताया, बीसीसीआई को अय्यर और किशन से कोई शिकायत नहीं है। यह उनके लिए घरेलू क्रिकेट के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करने का एक अवसर है। आगामी घरेलू टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करने से उन्हें अपना केंद्रीय अनुबंध वापस मिल सकता है और संभावित रूप से भारतीय टीम में वापसी हो सकती है। IPL के प्रदर्शन के उतने मायने नहीं हैं।
एनसीए के कैंप में शामिल होंगे ये खिलाड़ी श्रेयस अय्यर, ईशान किशन, खलील अहमद, तुषार देशपांडे, उमरान मलिक, आवेश खान, कुलदीप सेन, मयंक यादव, मुशीर खान, रियान पराग, आशुतोष शर्मा, साई सुदर्शन, देवदत्त पडिक्कल, साई किशोर और पृथ्वी शॉ के पास भी चयनकर्ताओं के सामने प्रदर्शन करने का मौका होगा। इसके अलावा शम्स मुलानी और तनुष कोटियान भी कैंप का हिस्सा होंगे। कुछ और खिलाड़ी भी इस कैंप का हिस्सा हो सकते हैं।