राजनीतिक उथल-पुथल के कारण बांग्लादेश का पाकिस्तान दौरा संदिग्ध

बांग्लादेश की सीनियर पुरुष टीम की पाकिस्तान के खिलाफ 21 अगस्त से रावलपिंडी में शुरू होने वाली दो टेस्ट मैचों की सीरीज संदिग्ध लग रही है, क्योंकि देश में मौजूदा नागरिक अशांति के कारण पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर देश से भागने पर मजबूर होना पड़ा है।

बांग्लादेश की सीनियर टीम को रावलपिंडी (21-25 अगस्त) और कराची (30 अगस्त-3 सितंबर) में दो टेस्ट मैच खेलने हैं, लेकिन मौजूदा परिदृश्य में राष्ट्रीय टीम के लिए सीरीज के लिए यात्रा करना मुश्किल हो सकता है।

यहां तक कि बांग्लादेश ए टीम का शैडो टूर भी संदिग्ध हो गया है। पूर्व टेस्ट कप्तान मोमिनुल हक को पाकिस्तान शाहीन (ए) के खिलाफ उस सीरीज में बांग्लादेश ए के लिए खेलना था।

घटनाक्रम से अवगत पीसीबी के एक सूत्र ने बताया कि पीसीबी ने बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) को यह प्रस्ताव भी दिया है कि वह अपनी टेस्ट टीम को जल्द से जल्द रावलपिंडी भेज दे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि श्रृंखला जारी रहे।

उन्होंने कहा, पीसीबी ने उनके खिलाड़ियों को अतिरिक्त दिनों के लिए मेजबानी करने और टेस्ट मैचों से पहले रावलपिंडी में सभी प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करने की पेशकश की है, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।

बीसीबी ने सोमवार को अपनी ए टीम के पाकिस्तान पहुंचने में 48 घंटे की देरी कर दी, जिससे दोनों देशों की सीनियर पुरुष टीमों के बीच श्रृंखला पर बड़ा संदेह पैदा हो गया है।

कुछ वरिष्ठ खिलाड़ियों के घरों पर भीड़ द्वारा हमला किए जाने की खबरों ने भी संकट को और गहरा कर दिया है, क्योंकि ए टीम को कल पाकिस्तान पहुंचना था, जबकि टेस्ट टीम को 17 अगस्त को वहां पहुंचना था।

ए टीम का पहला चार दिवसीय मैच 11 अगस्त से निर्धारित है। बांग्लादेश ने 2019-20 के बाद से पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है।

पीसीबी सूत्र ने कहा कि बोर्ड बीसीबी के साथ संपर्क बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में संवाद बहुत मुश्किल है।

उन्होंने कहा, बीसीबी अध्यक्ष (नजमुल हसन पापोन) के भी देश छोड़ने के बाद, जाहिर तौर पर बोर्ड सामान्य रूप से काम नहीं कर रहा है।