खेल के मैदान पर खिलाड़ी पूरे जोश-खरोश के साथ उतरते हैं। वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं। कई बार उनकी भावनाएं उबाल मार जाती हैं और वे हद पार कर देते हैं। आज शारजाह में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच खेले गए मुकाबले के दौरान कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। दरअसल पारी का आखिरी यानी 20वां ओवर फेंकने आए कोलकाता के कीवी तेज गेंदबाज टिम साउदी ने पहली ही गेंद पर दिल्ली के बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन को आउट कर दिया।
इसके बाद उन्होंने पैवेलियन लौट रहे अश्विन को कुछ कहा, जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर पाए और साउदी को जवाब देने लगे। दोनों के बीच हो रही इस बहस में कोलकाता के कप्तान इयोन मोर्गन भी कूद पड़े। अश्विन, मोर्गन की बात सुन आग-बबूला हो गए और उनकी तरफ बढ़ने लगे। ऐसे में कोलकाता के विकेटकीपर दिनेश कार्तिक बीच में आए और खिलाड़ियों को अलग-अलग किया। बाद में अंपायर्स को भी दखल देकर मामला शांत कराना पड़ा।
रुतुराज का व्यवहार काफी कुछ धोनी की तरह : उथप्पा
भारतीय
टीम के लिए खेल चुके दाएं हाथ के आक्रामक बल्लेबाज व विकेटकीपर रोबिन
उथप्पा आईपीएल-14 में चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) टीम के सदस्य हैं।
उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में बताया है कि एक और खिलाड़ी हैं जो
कप्तान एमएस धोनी की तरह शांत है। इस खिलाड़ी का नाम है दाएं हाथ के ओपनर
रुतुराज गायकवाड। उथप्पा ने सीएसके के ट्वीटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक
वीडियो में कहा कि मुझे लगता है कि रुतुराज गायकवाड ने जो कैरेक्टर दिखाया
है वो अविश्वसनीय है। वे बेहतरीन प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं।
हमारी
टीम भाग्यशाली है कि वे हमारे साथ हैं। उनका व्यवहार काफी कुछ धोनी की तरह
ही है-शांत, कूल। वे बेहतरीन इंसान हैं। मुझे वे काफी पसंद हैं। वे शानदार
खिलाड़ी हैं। आपको बता दें कि रुतुराज ने पिछले साल आईपीएल में डेब्यू किया
था। वे आईपीएल-14 में 40.22 की औसत से 362 रन बना चुके हैं। रुतुराज ने
जुलाई में श्रीलंका दौरे पर भारत के लिए दो टी20 मैच भी खेले थे।
श्रीसंत ने कहा, मैं 10 लाख रुपए के लिए ऐसा क्यों करूंगा
साल
2013 में आईपीएल के दौरान राजस्थान रॉयल्स के तीन खिलाड़ियों एस. श्रीसंत,
अजीत चंदेला व अंकित चव्हाण का नाम स्पॉट फिक्सिंग में आया था। इनमें से
श्रीसंत तो भारत के लिए भी खेल चुके थे। वे 2007 की टी20 और 2011 की वनडे
विश्व कप विजेता टीम के सदस्य रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने साल 2019 में
श्रीसंत पर से आजीवन प्रतिबंध हटा दिया था। श्रीसंत ने अब उस घटना को लेकर
बात की है। श्रीसंत ने बताया कि एक ओवर में 14 से ज्यादा रन चाहिए थे।
मैंने 4 गेंद में केवल 5 रन खर्च किए थे।
कोई नो बॉल नहीं, कोई
वाइड गेंद नहीं और यहां तक की कोई धीमी गेंद भी नहीं। मेरे पैर पर 12
सर्जरी के बाद भी मैं 130 किमी प्रति घंटे से भी ज्यादा की रफ्तार से
गेंदबाजी कर रहा था। चोट के बाद मैं भारतीय टीम में वापसी की कोशिश में
जुटा था। ऐसा इंसान, ऐसा कुछ नहीं करेगा और वो भी 10 लाख रुपए के लिए। जब
मैं पार्टी करता था तो मेरे उसके बिल करीब 2 लाख रुपए आते थे।