नई दिल्ली। भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब कुछ देर पहले खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ की नई कार्यकारिणी को निलंबित कर दिया। साथ ही नये अध्यक्ष संजय सिंह के सभी फैसलों पर रोक लगा दी गई। कयास लगाए गए कि बृजभूषण ने इसी संदर्भ में नड्डा से मुलाकात की है, लेकिन उन्होंने मुलाकात के बाद साफ शब्दों में कहा कि मेरा कुश्ती से अब कोई लेना-देना नहीं है। निलंबन के बाद जो भी करना होगा वह कुश्ती महासंघ की कार्यकारिणी करेगी। मेरा उसमें कोई हस्तक्षेप नहीं है।
महासंघ से मेरा कोई लेना-देना नहीं
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अब महासंघ के साथ जो कुछ भी होगा, वह उनकी चिंता का विषय नहीं है। खेल मंत्रालय ने निकाय को यह कहते हुए निलंबित किया है कि उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना अंडर-15 और अंडर-20 चैंपियनशिप की घोषणा कर दी गई। अगले आदेश तक महासंघ को निलंबित कर दिया गया है। 21 दिसंबर के चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह ने फेडरेशन का चुनाव जीता और प्रमुख बन गये। साक्षी मलिक ने इसके बाद संन्यास की घोषणा कर दी, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया। दूसरे दिन बजरंग पुनिया ने चुनाव के विरोध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा और पद्मश्री लौटाने की घोषणा करते हुए सड़क पर ही पद्मश्री को रख दिया। जेपी नड्डा से मुलाकात पर बृजभूषण की सफाई
जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए बृजभूषण ने कहा कि मेरे पास बहुत से दूसरे काम हैं। चुनाव नजदीक आ रहे हैं, हमें उसकी तैयारी करनी है। मैंने 12 साल तक काम किया है। समय बताएगा कि मैंने अच्छा किया या बुरा। एक तरह से मैंने कुश्ती से संन्यास ले लिया है यानी खुद को कुश्ती से अलग कर लिया है। अब जो भी करना होगा नवनिर्वाचित लोग करेंगे। चाहे डब्ल्यूएफआई को सरकार से बात करनी हो या अदालत जाना हो, इसमें मेरी कोई भूमिका नहीं है।
संजय सिंह मेरे रिश्तेदार नहीं : बृजभूषण
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि महासंघ के नये अध्यक्ष संजय सिंह उनके करीबी तो हैं लेकिन रिश्तेदार नहीं हैं। कुश्ती से जुड़ा हर व्यक्ति मेरा करीबी है। नई संस्था ने एक आपातकालीन निर्णय लिया ताकि पहलवानों का एक साल बर्बाद न हो जाए। पिछले 11 महीनों में कोई राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन नहीं हुआ है। नड्डा से मुलाकात पर उन्होंने कहा कि वह अपनी पार्टी के किसी भी राजनीतिक नेता से मिल सकते हैं।