यह बाजार कलाइदझी समुदाय द्वारा लगाया जाता है। इस बाजार की खूबी है कि
केवल इस समुदाय के अलावा कोई बाहरी व्यक्ति दुल्हन नहीं खरीद सकता है। इस
बाजार में कोई भी दुल्हन अकेले नहीं आतीं है। उनके साथ परिवार का कोई न कोई
सदस्य जरूर होता है।
बिकने वाली दुल्हनों में लगभग हर उम्र की
लड़कियां-महिलाएं शामिल होती हैं। बाजार में वही परिवार होते हैं, जो अपनी
लड़कियों की शादी करने के लिए आर्थिक रूप से कमजोर हैं। वहीं आमतौर पर लड़के
वाले दहेज लेते हैं, लेकिन यहां रिवाज उल्टा है। यहां लड़के वालों को लड़की
के परिवार को पैसे देने पड़ते हैं