त्तर की ओर सिर करके सोने से हानि तथा मृत्यु होती है अर्थात आयु क्षीण होती है । दरअसल, पृथ्वी में चुम्बकीय शक्ति होती है, जो दक्षिण से उत्तर की ओर लगातार प्रवाहित होती रहती है ।जब हम दक्षिण की ओर सिर करके सोते हैं, तो यह ऊर्जा हमारे सिर ओर से प्रवेश करती है और पैरों की ओर से बाहर निकल जाती है।ऐसे में सुबह जगने पर लोगों को ताजगी और स्फूर्ति महसूस होती है ।