UP News: कानपुर में जीका वायरस के 123 मामले, 86 मरीजों का अभी चल रहा इलाज

देश में जीका वायरस भी पैर पसारने लगा है। आलम ये है कि यूपी के तीन शहर ( कानपुर, कन्नौज और लखनऊ) में जीका वायरस के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कानपुर में जीका वायरस के कुल 123 मामले सामने आए हैं।

कानपुर के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ नेपाल सिंह ने बताया कि यहां जीका के 123 मामलों में से 37 लोग अब ठीक हो चुके हैं। वहीं 86 मरीजों का अभी भी इलाज चल रहा हैं। उन्होंने बताया कि सर्विलांस टीम ने घर-घर जाकर 1,49,408 घरों में सर्विलांस एक्टिविटी पूरी की है। सैंपलिंग की टीम ने अब तक 4,675 सैंपल लिए हैं।

बता दें, जीका वायरस के मामले लगातार बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ है। जिन शहरों में जीका के केस मिल रहे हैं, वहां अधिक सावधानी बरती जा रही है। इसके साथ ही प्रशासन भी अलर्ट हो गया है।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हाल ही में जीका वायरस संक्रमण के 2 मामले सामने आए हैं। जबकि, कन्‍नौज जिले में भी जीका वायरस का केस रिपोर्ट किया गया था। जिस शख्‍स में जीका वायरस होने की पुष्टि हुई, उसकी उम्र 45 साल है। वह कानपुर के शिवराजपुर इलाके के कासामऊ गांव में रुका हुआ था। इस मामले में कन्‍नौज के स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने 30 सैंपल जांच के लिए भेजे थे। जिसके बाद पीडि़त की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन काफी सतर्क हो गया है।

डॉक्टर्स का कहना है कि जीका वायरस से बचने के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है। जीका वायरस मच्छर के कारण फैलता है। यह खतरनाक है, लेकिन अगर सही समय में मरीज का इलाज शुरू हो जाए तो स्थिति को कंट्रोल में किया जा सकता है। जीका वायरस के लक्षण महसूस होने पर लापरवाही बरतना भारी पड़ सकता है। इसके लिए जरूरी है कि तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

जीका वायरस के लक्षण क्या हैं?

डॉक्टर्स के मुताबिक जीका के लक्षण काफी हद तक फ्लू से मिलते -जुलते ही हैं। कई बार इसके लक्षण साफ नजर नहीं आते हैं या फिर काफी हल्के होते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक प्रेग्नेंट महिलाएं अगर इस तरह के लक्षणों को महसूस करती हैं तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।

- बुखार
- लाल चकत्ते
- मांसपेशियों में दर्द
- सिर में दर्द होना
- उल्टी आना