तबीयत खराब होने के बावजूद... संभल हिंसा मामले में पूछताछ के लिए जाने से पहले बोले जियाउर रहमान बर्क

समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क आज संभल में हुई हिंसा की जांच कर रही एसआईटी टीम के सामने पेश होने जा रहे हैं। एसआईटी के समक्ष उपस्थित होने से पहले उन्होंने एक प्रेस वार्ता की और कहा कि वे कानून और संविधान में पूर्ण विश्वास रखते हैं और न्यायपालिका पर उन्हें पूरा भरोसा है। सांसद ने बताया कि उनकी तबीयत ठीक नहीं है और डॉक्टर ने उन्हें आराम की सलाह दी थी, इसके बावजूद वे जांच में सहयोग देने के उद्देश्य से पेश हो रहे हैं ताकि पुलिस प्रशासन को यह न लगे कि वे जांच से बचने की कोशिश कर रहे हैं। प्रेस वार्ता के बाद वे कोतवाली पहुंचे।

दरअसल, पिछले साल 24 नवंबर को संभल में हुई हिंसा के मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क को आरोपी बनाया गया है। उन पर हिंसा के लिए लोगों को भड़काने का आरोप है। इसी सिलसिले में हाल ही में एसआईटी ने उन्हें नोटिस भेजा है, जिसके तहत उनसे पूछताछ की जानी है। इससे पहले, 26 मार्च को जियाउर्रहमान बर्क ने इस नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उन्हें जानबूझकर मामले में फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “जब यह मुकदमा दर्ज हुआ और मेरा नाम इसमें गलत तरीके से शामिल किया गया, तब मैंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में विधानसभा स्पीकर से मुलाकात की थी और इस अन्याय के खिलाफ अपनी चिंता जाहिर की थी। बर्क ने आगे कहा कि उन्हें संविधान के तहत सुरक्षा का अधिकार है और उन्होंने न्याय प्राप्त करने के लिए हर जरूरी प्रयास किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनका नाम अनावश्यक रूप से विवाद में घसीटा गया है और इस मामले की जांच पूरी निष्पक्षता और पारदर्शिता से होनी चाहिए।

कानूनी लड़ाई जारी रखूंगा: जियाउर्रहमान बर्क

समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने स्पष्ट किया है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता, उनकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। उन्होंने कहा, मैं कानून में विश्वास रखता हूं और पूरी प्रक्रिया में सहयोग करता रहूंगा, लेकिन मैं अपने ऊपर लगे झूठे आरोपों का मजबूती से विरोध करूंगा। गौरतलब है कि 24 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा के मामले में बर्क को आरोपी बनाया गया है। हाल ही में, भारी पुलिस बल के साथ संभल पुलिस की एक टीम दीपा सराय स्थित उनके आवास पर नोटिस देने पहुंची थी, हालांकि उस समय बर्क दिल्ली में मौजूद थे। उधर, इस मामले में शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली को विवादित स्थल पर पत्थरबाजी और फायरिंग में शामिल होने के आरोप में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि जफर अली की गिरफ्तारी इसी घटना से जुड़ी है और उन पर आपराधिक साजिश सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद सभी आवश्यक कानूनी प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई हैं और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से आगे की कार्यवाही कोर्ट के निर्देशानुसार की जाएगी।