कानपुर : कोरोना की वजह से गई मां की जान, मानसिक उलझन के बाद फांसी लगाकर दी जान

उत्तरप्रदेश के कानपुर के चकेरी गांधीग्राम में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां एक बीटेक सेकेंड ईयर के छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। मृतक मानसिक उलझन से जूझ रहा था। कोरोना की दूसरी लहर में उसने अपनी मां को खो दिया था जिसके बाद से ही वह तनाव में था। कमरे में लास्ज को देख हडकंप मच गया। पुलिस ने जांच-पड़ताल कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बेटे की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। चकेरी इंस्पेक्टर मधुर मिश्रा ने बताया मां की मौत के बाद से वह मानसिक तनाव में था। जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।

चकेरी गांधीग्राम निवासी मनोज कुमार एक सीमेंट कंपनी में कर्मचारी हैं। उनका इकलौता बेटा वेदांत (21) बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र था। परिजनों के अनुसार वेदांत की मां नीलम की कुछ माह पहले कोरोना की दूसरी लहर में हालत बिगड़ने से मौत हो गई थी। इसके बाद से वेदांत मानसिक तनाव में रहता था। वह अक्सर अपनी मां को याद करता था। शुक्रवार रात उसके पिता मनोज कुमार काम पर गए थे। वहीं वेदांत की दादी मंदिर गईं थीं। इस दौरान वेदांत ने खुद को अकेला पाकर प्लास्टिक की रस्सी से बरामदे में लोहे के जाल के सहारे फांसी लगाकर जान दे दी। जब दादी मंदिर से लौटीं तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया लेकिन दरवाजा नहीं खुला। फिर आस-पड़ोस के लोगों ने आकर दरवाजा तोड़ा तो अंदर वेदांत का फांसी के फंदे से शव लटका मिला। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।