Alert!! WHO ने माना- हवा से भी फैल रहा है कोरोना वायरस

दुनिया में कोरोना वायरस से अब तक 1 करोड़ 18 लाख 54 हजार 520 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 68 लाख 14 हजार 686 लोग ठीक हो चुके हैं। वहीं, 5 लाख 43 हजार 666 की मौत हो चुकी है।

कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण की शुरुआत से ही इससे बचाव की बात कही जा रही है। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना संक्रमण के प्रसार के लिए हवा को भी जिम्मेदार बताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंगलवार को यह स्वीकार कर लिया कि कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के 'हवा से फैलने' से फैलने के कुछ सबूत मिले हैं। WHO की बेनेदेत्ता आल्लेग्रांजी ने मंगलवार को कहा- 'सार्वजनिक जगहों पर, ख़ासकर भीड़भाड़ वाली, कम हवा वाली और बंद जगहों पर हवा के ज़रिए वायरस फैलने की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि इन सबूतों को इकट्ठा करने और समझने की ज़रूरत है। हम ये काम जारी रखेंगे।' उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के हवा के माध्यम से फैलने के सबूत तो मिल रहे हैं लेकिन अभी यह पक्के तौर पर नहीं कहा जा सकता।

WHO ने कहा कि इसकी पूरी आशंका है कि संक्रमण हवा के जरिए फ़ैल रहा है, हालांकि इस पर अभी और डेटा इकठ्ठा होना बाकी। इससे पहले कई देशों के वैज्ञानिकों ने WHO को एक खुला ख़त लिख आग्रह किया था कि वायरस हवा से फ़ैल रहा है और उसे अपने दिशानिर्देशों में बदलाव करने चाहिए।

बता दें कि दुनिया के 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने कोरोना महामारी (Covid-19) को लेकर एक ओपन लेटर लिखा था, जिसमें WHO पर भी सवाल उठाए गए थे। इन वैज्ञानिकों का दावा है कि कोरोना वायरस हवा के जरिए भी फैलता है लेकिन डब्ल्यूएचओ इसे लेकर गंभीर नहीं है और संगठन ने अपनी गाइडलाइंस में भी इस पर चुप्पी साधी हुई है। इन वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि छींकने के बाद हवा में दूर तक जाने वाले बड़े ड्रॉपलेट या छोटे ड्रॉपलेट एक कमरे या एक निर्धारित क्षेत्र में मौजूद लोगों को संक्रमित करने में सक्षम होते हैं। बंद जगहों पर ये काफी देर तक हवा में मौजूद रहते हैं और आस-पास मौजूद सभी लोगों को संक्रमित कर सकते हैं।

दरअसल, पिछले कुछ दिनों से पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं। भारत में भी कई राज्यों में और कुछ बड़े शहरों में कोरोना वायरस के बहुत कम मामले थे, वहां अचानक से संक्रमण के मामलों में बढोत्तरी देखने को मिली है। विश्व स्वास्थ संगठन के द्वारा इस बात को स्वीकारने के साथ ही अब इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि जब भी आप बाहर निकलें या फिर खुली हवा में भी बैठे तो मास्क को जरूर पहन कर रखें।

अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर खुद को डब्ल्यूएचओ से किया अलग


उधर, अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र को औपचारिक तौर पर सूचित कर दिया है कि वो विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से ख़ुद को अलग कर रहा है। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने डब्ल्यूएचओ पर कोरोना वायरस के फैलने के मामले में चीन को बचाने और सही समय पर दुनिया को जानकारी न देने का आरोप लगाया था। अमेरिका ने डब्ल्यूएचओ को दी जाने वाली लाखों करोड़ों की फंडिंग भी रोक दी थी।