अमेजन के कर्मचारियों ने लगाया कंपनी पर आरोप, काम का बोझ इतना कि बोतल में करना पड़ रहा यूरिन

अमेरिकी कंपनी अमेजन दुनिया की शीर्ष कंपनियों में से एक हैं जिसमें 13 लाख से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। अमेजन को अपनी सर्विस के लिए जाना जाता हैं। लेकिन सोशल मीडिया पर खबरें सामने आ रही हैं कि अमेजन के कर्मचारियों पर काम का बोझ इतना हैं कि उन्हें यूरिन भी बोतल में करना पड़ रहा हैं। दरअसल विभिन्न मीडिया रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेजन के कर्मचारियों को काम के दबाव में बोतल में पेशाब करना पड़ रही है। ऐसी रिपोर्ट कर्मचारियों के हवाले से गॉर्जियन में छपे आलेख में भी प्रकाशित हुई। इसमें कंपनी के कर्मचारियों व कांट्रैक्ट ड्राइवरों ने बताया कि उन्हें अपने वाहन में ही बोतल में शराब करना पड़ रही है, क्योंकि कंपनी उनसे 14 घंटे काम ले रही है। कर्मचारियों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। हालांकि अब इसके खिलाफ कर्मचारी लामबंद होने लगे हैं।

कर्मचारियों के इस गंभीर आरोप को लेकर सोशल मीडिया में अमेजन को बचाव की मुद्रा में आना पड़ा। अमेजन न्यूज ने अपने अधिकृत ट्विटर अकाउंट के जरिए आरोपों का खंडन किया है। कंपनी ने कहा कि क्या आप इस खबर पर भरोसा करेंगे? यदि बोतल में पेशाब कराए जाने की खबर सच होती तो कोई हमारे लिए काम करता? सचाई यह है कि हमारे 10 लाख से ज्यादा भरोसेमंद कर्मचारी हैं। उनके कामकाज से हमें गर्व होता है। हम उन्हें पहले दिन से ही मोटा वेतन देते हैं और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं। बहरहाल इस मामले में अमेजन के पक्ष व विपक्ष में सोशल मीडिया में बहस छिड़ गई है।

अमेजन के एक शीर्ष कार्यकारी द्वारा कंपनी के बचाव में किए गए ट्वीट के जवाब में अमेरिकी सीनेटर मार्क पोकान ने बुधवार को ट्विटर पर पोस्ट लिखी कि 15 डॉलर प्रति घंटे की दर से कर्मचारियों को वेतन देने का मतलब यह नहीं है कि आप प्रगतिशील कंपनी हो, जबकि हकीकत यह है कि कर्मचारियों को बोतल में पेशाब करना पड़ रही है। पोकान अमेजन के कर्मचारियों का एकजुट कर आंदोलन को हवा दे रहे हैं।