इस दुनिया में जहां अच्छे लोग हैं वहीँ बुरे लोग भी हैं जो दूसरों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए उन्हें ठगने का काम करते हैं। खासतौर से कई गिरोह एक्टिव हैं जो बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर ठगते हैं। ऐसे ही एक मामले का खुलासा हुआ सीकर में जहां रेलवे में नाैकरी दिलाने के नाम पर बेराेजगार युवक से 9.89 लाख रुपए ठगने वाली हरियाणा निवासी आरोपी महिला गीता रानी पर ठगी का मामला दर्ज हुआ हैं। वह अपने पास छह माेबाइल सिमकार्ड रखती थी। गीतारानी ने अभी सारे सिमकार्ड बंद कर लिए हैं। इससे पुलिस उसकी लाेकेशन ट्रेस नहीं कर पा रही है। ठगी के दाैरान रेलवे की ट्रेनिंग देने वाले आराेपी अभिषेक मिश्रा का माेबाइल नंबर अभी चालू आ रहा है।
ठगी का शिकार हुए लामिया के शीशराम ने बताया कि गीताराम अलग-अलग नंबर से उससे बात करती थी। अंतिम बार उसने गीतारानी से डेढ़ महीने पहले बात की थी। इसके बाद उसने अपने सारे माेबाइल नंबर बंद कर लिए थे। गीतारानी जब भी आती ताे गाड़ी लेकर आती थी और दिल्ली में अलग-अलग हाेटलाें में रुकती थी।
ठगी का पता चलने के बाद जब पीड़ित शीशराम ने गीतारानी के घरवालाें से बात की ताे उनका कहना था कि हम भी गीता से कई बार पूछते थे कि वह इतने रुपए कमा रही है, आखिर काम क्या कर रही है जाे उसने कभी नहीं बताया। गीतारानी जब उसके पिता से मिलने मंडा चाैराहे पर मिलने आई थी। तब भी उसके पास लग्जरी कार थी। शीशराम का कहना है कि रेलवे में नाैकरी के लिए उसके घर वालाें ने सारे रुपए ब्याज पर उठाए थे। उसके पिता भागचंद खेती करके परिवार का पेट पाल रहे हैं।ठगी का बड़ा गिरोह, पुलिस नहीं ले रही गंभीरता से
शीशराम के अनुसार गीतारानी ने रुपए लेकर फर्जी पाेस्टिंग लेटर भेजा था। कोलकाता में उसके बैच में 40 लोगों को ट्रेनिंग दी गई। एक रेलवे स्टेशन पर टिकट चेकिंग का कार्य भी करवाया गया। देशभर के 700 लोगों को ट्रेनिंग दी जा रही थी। ऐसे में आशंका है कि ठगी का यह गिरोह बहुत बड़ा है।लेकिन, खाटूश्यामजी पुलिस मामले काे हल्के में ले रही है।