क्या राजस्थान में भी बदले जाएंगे प्रत्याशी, कांग्रेस में मची हलचल, विरोधियों में जगी आशा की किरण

जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस और भाजपा की अब तक जारी हुई सूची के बाद से कई सीटों पर भारी बवाल मचा हुआ है। कुछ सीटों पर तो घोषित प्रत्याशियों का ज़बरदस्त विरोध जारी है। इन सभी के बीच पड़ोसी राज्य मध्य प्रदेश से आई प्रत्याशियों के बदलने की सूचना ने प्रदेश की सियासत में खलबली मचा दी है। खासतौर से कांग्रेस के उन नेता-कार्यकर्ताओं में इस खबर की ज़्यादा चर्चा है जो अपने-अपने क्षेत्र में घोषित प्रत्याशी का पुरज़ोर विरोध कर रहे हैं।

मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने बदले 7 टिकट

राजस्थान से सटे मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने टिकट वितरण के बाद मचे बवाल के बाद 'डैमेज कंट्रोल' को लेकर बहुत बड़ा कदम उठाया है। पार्टी आलाकमान ने बुधवार को अपने घोषित चार उम्मीदवारों के नाम बदलते हुए नए नाम घोषित कर दिए। आज बदले गए तीन नामों के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस की घोषित सूची में अब तक कुल 7 नाम बदले जा चुके हैं।

गौरतलब है कि मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस की प्रत्याशी सूची आने के बाद से कई जगहों पर बवाल होने लगा था। विरोध करने वालों में टिकट पाने से वंचित रहे दावेदार और उनके समर्थक शामिल थे। इनकी नाराज़गी सड़कों से लेकर पार्टी मुख्यालय तक में हो रहे विरोध-प्रदर्शनों में देखी जा रही थी। इसे मद्देनज़र रखते हुए आलाकमान को आखिर 'बैक फुट' पर आने पर मजबूर होना पड़ गया है।

क्या राजस्थान में अपनाएंगे 'एमपी फॉर्मूला'?

एमपी में अब तक 7 प्रत्याशियों के नाम बदले जाने के बाद अब सवाल ये उठ रहा है कि क्या कांग्रेस आलाकमान यहां भी कुछ इस तरह के 'बोल्ड' कदम उठाता है? फिलहाल एमपी से आई टिकट बदलाव की खबरों से यहां के वंचित रहे टिकट दावेदारों को उम्मीद की किरण ज़रूर दिखाई देने लगी है।

राजस्थान कांग्रेस में भी जारी है विरोध


राजस्थान में कांग्रेस अब तक प्रत्याशियों की दो सूचियां जारी कर चुकी है। दोनों ही सूचियां के नाम सामने आने के बाद कुछ सीटों पर बवाल होना शुरू हो गया। डूंगरपुर से लेकर जयपुर तक प्रदर्शन का सिलसिला अब भी परवान पर है।

डूंगरपुर में घोघरा का विरोध डूंगरपुर में विधायक गणेश घोघरा को टिकट दिए जाने से कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता बगावत पर उतरे हुए हैं। कांग्रेस के बिछीवाड़ा प्रधान देवराम रोत के नेतृत्व में पूर्व विधायक लालशंकर घाटिया, पूर्व प्रधान लक्ष्मण कोटेड व राधादेवी घाटिया, उपाध्यक्ष रमेश मोदर ने कहा कि पार्टी ने टिकट नहीं बदला तो प्रधान देवराम रोत को निर्दलीय चुनाव लड़वाया जाएगा।

जयपुर की कई सीटों पर है बवाल

जयपुर में भी शहर की किशनपोल, आदर्श नगर और मालवीय नगर में कांग्रेस प्रत्याशी की घोषणा के बाद स्थानीय नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आने लगी है। असंतुष्ट नेता अपने कार्यकर्ताओं के साथ अलग-अलग बैठक कर आगे की रणनीति तैयार कर रहे हैं। आदर्श नगर से कांग्रेस विधायक रफीक खान के धुर विरोधी माने जाने वाले वरिष्ठ पार्षद उमरदराज खुलकर विरोध में आ गए हैं और रफीक खान के सामने चुनाव लड़ने की धमकी दी है।