मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोमवार सुबह विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने सीएम आवास में मुलाकात की। इस दौरान सीएम ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। मुलाकात के बाद कल्पना ने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनकी बातों को गंभीरता से सुना और सभी मांगों को पूरा करने का आश्वासन भी दिया। वहीं, इस मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने विवेक की मां और बच्चों के नाम से फिक्सड डिपॉजिट करने की भी घोषणा की। दिनेश शर्मा ने कहा कि सीएम योगी चाहते हैं कि बच्चों की पढ़ाई में किसी तरह की दिक्कत न आए, इसके लिए बच्चों के नाम से 25 लाख की फिक्सड डिपॉजिट (एफडी) सरकार करेगी। वहीं, विवेक की मां के नाम भी पांच लाख रुपये की एफडी कराई जाएगी।
मालूम हो कि कल्पना तिवारी ने योगी आदित्यनाथ से मिलने की इच्छा जाहिर की थी। साथ ही बेटियों की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था कि वह खुद योगी से मिलेंगी और अपनी बात कहेंगी। जिसके बाद सीएम ने ने रविवार को उन्हें फोन कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था और कहा था कि वे जब चाहें उनसे मिल सकती हैं।
मुझे मेरी राज्य सरकार पर पूरा विश्वास है : कल्पना मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद कल्पना ने कहा, " उन्होंने (मुख्यमंत्री) जो भी मैं कहना चाहती थी, उसे सुना और पूरा आश्वासन भी दिया। मैंने पहले भी कहा था कि मुझे मेरी राज्य सरकार पर पूरा विश्वास है और आज मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद वह विश्वास और मजबूत हो गया।" उन्होंने कहा, " मैं चाहती थी कि मुख्यमंत्री से मिलकर अपने मांगें उनके सामने रखूं। मेरी ये इच्छा पूरी हो गई। मेरे पति को जो निर्मम हत्या हुई है, हत्यारों को कठोर से कठोर सजा मिले, ये मांग पूरी हो गई। मेरी नौकरी, रहने की समस्या, बेटियों की पढ़ाई की मांग भी पूरी हुई। मेरी सास और बच्चों की भविष्य की चिंता। ये सभी बात मैंने उठाई और मुख्यमंत्रीजी ने मेरी सभी मांगों को मान लिया। उन्होंने कहा कि परिवार को फिर से खड़ा करने में सरकार पूरी मदद करेगी। मैं उनकी बातों से सहमत और संतुष्ट हूं।"
सीसीटीवी फुटेज से खुली पुलिस की पोलविवेक हत्याकांड की जांच में लगी टीम को काफी अहम सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। गोमतीनगर इलाके में जहां ये घटना हुई थी, वहां आसपास एक बिल्डिंग में लगे सीसीटीवी कैमरे को खंगाला गया तो सिपाहियों का सफेद झूठ सामने आ गया।
आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने बताया था कि सीएमएस स्कूल के पास गाड़ी खड़ी थी, तब उसने और संदीप ने मामला संदिग्ध समझकर विवेक और उनकी सहकर्मी सना से पूछताछ करनी चाही थी। आरोप है कि इसी बात पर विवेक ने सिपाहियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। लेकिन, अब आरोपियों का ये झूठ पकड़ा गया है। सीसीटीवी फुटेज में रात 1:19 बजे विवेक की एसयूवी सड़क पर जाती हुई दिख रही है।