पाकिस्तान की Fateh-2 मिसाइल की रेंज क्या है? भारतीय मिसाइलों के मुकाबले कितनी घातक

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पाकिस्तान ने शनिवार को दावा किया कि भारत ने उसके तीन प्रमुख वायुसेना अड्डों पर मिसाइल हमले किए हैं। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ के अनुसार, भारतीय मिसाइलों ने रावलपिंडी स्थित नूर खान एयरबेस, चकवाल के मुरिद एयरबेस और झंग के रफीकी एयरबेस को निशाना बनाया। इस हमले के जवाब में पाकिस्तान ने फतेह-2 मिसाइल से भारतीय ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन इसे सिरसा, हरियाणा में सफलतापूर्वक इंटरसेप्ट कर निष्क्रिय कर दिया गया।

फतेह-2 एक गाइडेड रॉकेट प्रणाली है, जो फतेह-1 का उन्नत संस्करण है, जिसे पाकिस्तान ने दिसंबर 2021 में परीक्षण के बाद सेना में शामिल किया था।

विशेषताएँ:

रेंज: 250–400 Km

मारक क्षमता: पारंपरिक युद्ध सामग्री

गाइडेंस: इंटरशियल और सैटेलाइट नेविगेशन, अंतिम चरण में टर्मिनल गाइडेंस

सटीकता: सीईपी (Circular Error Probable) < 10 मीटर

लॉन्च प्लेटफॉर्म: मोबाइल लॉन्चर

भारत की मिसाइलों से तुलना में फतेह-2 कहां खड़ा है?

भारत की रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित मिसाइलें फतेह-2 की तुलना में तकनीकी रूप से कहीं अधिक घातक हैं।

पिनाका MBRL: इसकी रेंज 75 किमी है। यह एक गाइडेड रॉकेट है, जो तेज फायरिंग में सक्षम है।

प्रलय SRBM: इसकी रेंज 150–500 किमी है। यह सटीक हमले करती है।

ब्रह्मोस: इसकी रेंज 290–450 किमी है। यह एक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल है, जो मल्टी-प्लेटफॉर्म वाली है और जमीन, समुद्र और हवाई हमले करने में सक्षम है।

अग्नि श्रृंखला: इसकी रेंज 700–5000+ किमी है, और यह परमाणु बम को भी लॉन्च करने में सक्षम है।

यह स्थिति 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में आतंकवादियों के ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों के बाद उत्पन्न हुई है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।

पाकिस्तान ने शुक्रवार को लगातार दूसरी रात जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक 26 स्थानों पर ड्रोन हमले किए। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि दुश्मन द्वारा किए गए हवाई अड्डों और एयरबेस सहित महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर किए गए हमलों को विफल कर दिया गया।

पाकिस्तान का यह ताजा हमला उस समय हुआ जब एक दिन पहले ही भारत ने पाकिस्तानी सेना द्वारा ड्रोन और मिसाइल के जरिए भारतीय सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमले के प्रयासों को विफल कर दिया था।