ममता बंगाल की बेटी नहीं, घुसपैठियों की मौसी और रोहिंग्याओं की चाची हैं : शुभेंदु अधिकारी

हाल ही में टीएमसी छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए शुभेंदु अधिकारी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी बंगाल की बेटी नहीं, बल्कि घुसपैठियों की मौसी और रोहिंग्याओं की चाची हैं।' शुभेंदु अधिकारी ने रविवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए ये बयान दिया। उन्होंने कहा, 'ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस अब एक राजनीतिक पार्टी नहीं है। यह एक निजी लिमिटेड कंपनी है और कंपनी की अध्यक्ष का नाम ममता बनर्जी है। वहीं, प्रबंध निदेशक उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी हैं।' आपको बता दे, ममता बनर्जी मिदनापुर जिले की नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ गई है वहीं, शुभेंदु अधिकारी उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे है। शुभेंदु ममता सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री भी रह चुके हैं। ममता बनर्जी के यहां से ऐलान करने के बाद शुभेंदु ने कहा था कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री यहां से 50 हजार मतों से हारेंगी या वे राजनीति छोड़ देंगे। कहा जाता है कि नंदीग्राम ने ममता को बंगाल की सत्ता दिलाने में नंदीग्राम का अहम रोल है। लेकिन यहां हुए भूमि अधिग्रहण आंदोलन में शुभेंदु अधिकारी ने बड़ी भूमिका निभाई थी।

पहले चरण में पश्चिम बंगाल की 294 में से 30 सीटों पर 27 मार्च को वोट डाले जाएंगे। वहीं, दूसरे चरण में 30 सीटों पर एक अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को, चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवे चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। नतीजों की घोषणा दो मई को होगी।

नंदीग्राम सीट का जाति समीकरण

नंदीग्राम पूर्व मेदिनीपुर जिले में आता है। नंदीग्राम में मुस्लिम वोटर बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। 2011 का आंकड़ा बताता है कि नंदीग्राम कस्बे के ब्लॉक-1 में 34, ब्लॉक-2 में 12.1% और ब्लॉक-3 में 40.3% थे। हालांकि, 10 साल में इन आंकड़ों में इजाफा हुआ होगा। वहीं, पिछले चुनाव भी क्षेत्र में मुस्लिम भूमिका को काफी बड़ा बताते हैं।

2011 विधानसभा चुनावों में टीएमसी के मुस्लिम उम्मीदवार की जीत हुई थी। जबकि 2016 में टीएमसी का वोट प्रतिशत बढ़ गया था। उस समय शुभेंदु अधिकारी यहां से चुनाव लड़ रहे थे।

कोलकाता में मोदी की पहली चुनावी महारैली

आपको बता दे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कोलकाता के ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड ग्राउंड में अपनी पहली चुनावी महारैली कर बंगाल फतह करने की जंग का बिगुल फूंक दिया। यहां उमड़े लाखों लोगों के जनसैलाब के बीच पीएम ने हुंकार भरते हुए ममता बनर्जी पर चुन-चुन कर करारा हमला बोला। उन्होंने फ्ट-कांग्रेस को भी निशाने पर लिया। PM ने कहा कि एक समय वामपंथियों ने नारा दिया था कि कांग्रेस के काले हाथ तोड़ दो, मरोड़ दो। इसी के दम पर सत्ता में आए। फिर आज काला हाथ, गोरा कैसे हो गया। PM ने ये तंज इसलिए कसा क्योंकि इस बार लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन में चुनाव लड़ रहे हैं। कुछ ही दिनों पहले गठबंधन की ब्रिगेड मैदान में ही रैली थी, जिसमें बड़ी संख्या में भीड़ जमा हुई थी। दरअसल BJP ने 2019 में जो 18 सीटें हासिल की हैं, उसमें लेफ्ट को बहुत बड़ा रोल है। लेफ्ट के वोट ही BJP के पाले में आए थे। जिसके दम पर पार्टी 2 सीटों से 18 पर पहुंच सकी। अब BJP को भी ये खतरा लग रहा है कि, कहीं लेफ्ट-कांग्रेस के वोट दोबारा छिन न जाएं। इसलिए PM ने दोनों को निशाना बनाया।

पीएम ने कहा कि ममता दीदी ने बंगाल की जनता का भरोसा तोड़ा और धोखा दिया है। उन्होंने लोकतंत्र को लूटतंत्र में बदल दिया। पिछले दस साल से राज्य में मां, माटी और मानुष की क्या स्थिति है, ये सबको पता है। उन्होंने इस नारे को भ्रष्टाचार, तोलाबाजी व तुष्टीकरण में बदल दिया। पीएम ने कहा कि ममता बनर्जी की स्कूटी का इस बार नंदीग्राम में गिरना तय है। पीएम ने नया नारा दिया कि लोकसभा में टीएमसी हाफ और इस बार पूरी साफ। उन्होंने कहा कि दीदी व टीएमसी का खेल अब खत्म है। बंगाल की जनता ने परिवर्तन के लिए पूरी तरह मन बना लिया है। पीएम ने रैली के दौरान बंगाल में आसोल परिवर्तन का नारा बार-बार दोहराया। उन्होंने कहा कि दो मई के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सरकार नहीं रहेगी और बंगाल में असली परिवर्तन होकर रहेगा।