TMC ने ममता बनर्जी पर हमले को बताया साजिश, कहा- चुनाव अयोग और BJP की सांठगांठ; भाजपा ने पूछा, 'जेड-प्लस’ सुरक्षा में कैसे हुआ हमला

पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी घमासान जोरों पर है। प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बुधवार शाम हुए कथित हमले के बाद से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को चुनाव आयोग में ममता पर कथित हमले की शिकायत की। इसके बाद, टीएसमी ने ममता पर हुए हमले के लिए भाजपा पर आरोप लगाया। साथ ही टीएमसी नेता ने कहा कि भाजपा और चुनाव आयोग की आपस में सांठगांठ है।

टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने गुरुवार को बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि ममता बनर्जी पर हमला साजिश के तहत हुआ है। उन्होंने कहा कि 9 मार्च को चुनाव आयोग ने बंगाल के डीजीपी को बदल दिया। इसके एक दिन बाद 10 मार्च को भाजपा के एक सांसद ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, शाम पांच बजे के बाद क्या होगा आप समझ जाएंगे। कुछ देर बाद ममता बनर्जी पर हमला हो जाता है।

चुनाव आयोग से मिलने के बाद टीएमसी के नेता ब्रायन ने मांग की कि इस जघन्य घटना के लिए जो लोग जिम्मेदार हैं, उन्हें सजा मिलनी चाहिए। स्थिति इतनी खराब है कि आधे घंटे के अंदर ही अलग-अलग तरह के बयान आने लगे। ममता पर हुए हमले को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है। उन्होंने आगे कहा कि हम ऐसे बयानों की निंदा करते हैं। डेरेक ओ ब्रायन ने आगे कहा कि डॉक्टर से बात करिए और देखिए कि क्या हुआ है।

दरअसल, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को आरोप लगाया कि नंदीग्राम में चुनाव प्रचार के दौरान चार-पांच लोगों ने उन्हें धक्का दिया, जिसके कारण वह जमीन पर गिर गईं और उनके बांए पैर, कमर, कंधे और गर्दन में चोट आई है। बता दें मुख्यमंत्री का इस समय शहर के एसएसकेएम अस्पताल में उपचार चल रहा है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि यह हमला मुख्यमंत्री को प्रचार अभियान से दूर करने की साजिश है।

सभी राजनीतिक कार्यक्रम 14 मार्च तक रद्द


मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से 14 मार्च तक के लिए सभी राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं। पार्टी ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि फिलहाल के लिए ममता बनर्जी के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।

'जेड-प्लस’ सुरक्षा में कैसे हुआ हमला: भाजपा

भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हुए कथित हमले को लेकर बृहस्पतिवार को बड़ा बयान दिया है। घोष ने सीबीआई से इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की और कहा कि यह पता लगाया जाना चाहिए कि यह घटना वोट हासिल करने के लिए रचा गया नाटक तो नहीं है। घोष ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य के लोगों ने पहले भी इस प्रकार का नाटक देखा है। उन्होंने टीएमसी अध्यक्ष के अस्पताल में भर्ती होने और पैर में प्लास्टर बंधा होने संबंधी तस्वीरों का जिक्र करते हुए कहा, 'इस बात की जांच की जरूरत है कि क्या यह सही घटना है या रचा गया नाटक।' उन्होंने कहा कि चुनाव में हार की आशंका को देखते हुए लोगों की संवेदना हासिल करने के लिए इस प्रकार के नाटक से इस बार कुछ हासिल नहीं होगा। घोष ने कहा, ‘राज्य की जनता ने पहले भी इस प्रकार का नाटक देखा है। जो यह जानते हैं कि वह सत्ता से बाहर हो सकते हैं, वे वोट पाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।’