कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व CM वीरभद्र सिंह बोले - भाजपा में साहस होता तो वे मंदिर बना चुके होते

अयोध्या में बाबरी मस्जिद वाली जगह पर ही राम मंदिर निर्माण का समर्थन करते हुए हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को कहा कि ‘भारत में इस्लाम बाद में आया। अयोध्या में मंदिर को तोड़ने के बाद मस्जिद बनाई गई थी। अयोध्या भगवान राम की राजधानी थी। अगर आपने (बाबरी मस्जिद ढहाने का) यह कदम उठाया है तो फिर मंदिर बना दो।’ राम मंदिर निर्माण को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि 'यदि उनमें (भाजपा) साहस होता तो वे मंदिर बना चुके होते। वहां राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया जाना चाहिए।’ उनके पास बैठे कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, ‘मंदिर बनाने को लेकर भाजपा में इच्छाशक्ति की कमी है।'

सिंह ने स्पष्ट किया कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बारे में उनका यह निजी विचार है। राज्य की चार लोकसभा सीटों में से कांगड़ा और शिमला (अनुसूचित जाति) सीटों पर कांग्रेस की ‘‘निश्चित विजय’’ का दावा करते हुए सिंह ने कहा, 'मैं कांगड़ा में 15 अप्रैल को पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में शामिल होने के बाद राज्य में प्रचार अभियान शुरू करूंगा।'

यह पूछे जाने पर कि वह मंडी में मंगलवार को पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक में क्यों शामिल नहीं हुए, सिंह ने सीधा उत्तर नहीं दिया और कहा कि हिमाचल प्रदेश में वह 15 अप्रैल से चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगे। चुनाव प्रचार के दौरान क्या वह पार्टी के अपने राजनीतिक विरोधी सुखराम के साथ मंच साझा करेंगे, इस सवाल पर सिंह ने कहा कि वह इसके खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘यदि कोई ऐसी स्थिति आती है तो मैं निश्चित तौर पर उनके साथ मंच साझा करूंगा। मेरे उनसे ऐसे कोई मतभेद नहीं हैं जैसे मीडिया में बताए जाते हैं। यदि पार्टी ने उन्हें अपना आशीर्वाद दिया है और उनके पोते आश्रय (शर्मा) को मंडी से मैदान में उतारा है तो मैं पूरी तरह उनके साथ हूं।’ सिंह ने दल-बदल के चलन का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं व्यक्तिगत तौर पर आया राम गया राम की राजनीति के खिलाफ हूं।’

बता दे, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पोते आश्रय शर्मा कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में मंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। राज्य में जयराम ठाकुर नीत भाजपा सरकार में मंत्री एवं सुखराम के बेटे अनिल शर्मा से संबंधित एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा, ‘शर्मा आखिरकार कांग्रेस में शामिल होंगे। पेंडुलम की तरह लटकने की जगह उन्हें (शर्मा) अपने पुत्र आश्रय के लिए चुनाव प्रचार शुरू करना चाहिए।’