छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक जारी, सेल्फी ले रहे दो लोगों समेत ली तीन की जान

छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से लगातार हाथियों का आतंक देखने को मिल रहा हैं जिससे इस महीने में अबतक कुल नौ लोगों की जान जा चुकी हैं। बीते दिन भी प्रदेश के विभिन्न जिलों में हाथियों ने तीन लोगों की जान ले ली। राज्य के महासमुंद, जशपुर व बालोदा जिलों में ये हमले देखने को मिले। गुरुवार को मारे गए तीन में से दो लोगों की मौत हाथियों के साथ सेल्फी लेने के दौरान उनके भड़क उठने व हमला करने से हुई। हाथियों के हमले में मृत लोगों के आश्रितों को 25-25 हजार रुपये की तत्काल सहायता प्रदान की गई। शेष मुआवजा राशि कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वितरित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के 48 वर्षीय एक कर्मचारी की मौत महासमुंद जिले के कोना गांव में हाथियों के साथ सेल्फी लेने के दौरान हुई। यह घटना गुरुवार शाम को हुई। हाथियों ने उसे पटक-पटक कर मार डाला।

इसी तरह एक अन्य घटना खट्टी गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र के चपरासी अजय तिवारी के साथ हुई। वह जब काम निपटा कर घर लौट रहा था तो उसे रास्ते में ग्रामीणों से खबर मिली कि जंगल में हाथियों की आवाजाही हो रही है, वह आगे न जाए। इसके बाद भी वह जंगली रास्ते पर बढ़ा और रास्ते में हाथियों के साथ सेल्फी लेने लगा, लेकिन तभी अचानक गजराज उत्तेजित हो गए और उन्होंने उसे अपने पैरों तले रौंद डाला। महासमुंद जिले में एक माह में चार लोगों की हाथियों के हमले में मौत हो चुकी है।

एक अन्य घटना जशपुर जिले में हुई वीरेंद्र एक्का नामक व्यक्ति को खारी बहार व जूनवैन गांव के बीच हाथियों ने मार डाला। वह गुरुवार देर शाम मोटर साइकल से जंगली रास्ते से जा रहा था। जशपुर के अनुविभागीय वन अधिकारी श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि इलाके में हाथियों की आवाजाही की कोई सूचना नहीं थी। लगता है हाथी पड़ोसी राज्य ओडिशा से जशपुर में घुस आए। इसके बाद वनकर्मी गांवा में पहुंचे व लोगों को अलर्ट किया। हाथियों ने इलाके में फसलों को भी नुकसान पहुंचाया है।