इंफाल। 3 मई से देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में कुकी और मैतेई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष जारी है। हजारों की संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती के बाद भी यहां स्थिति सामान्य होने का नाम नहीं ले रही। कल गुरुवार को मणिपुर में उग्रवादियों की फायरिंग में तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
गांव से भागे लोगों ने कहा कि सेना ने उन्हें आश्वासन दिया था कि वे कुकी उग्रवादियों को नागरिकों पर गोलीबारी नहीं करने देंगे। उग्रवादी ग्रामीणों पर हमला करने के लिए अत्याधुनिक हथियारों का इस्तेमाल कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की तो उग्रवादियों को अपनी गाड़ी छोड़कर फरार होना पड़ा। इसके बाद पुलिस ने गाड़ी से हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
हिंसा भड़कने के बाद उग्रवादियों ने बड़ी संख्या में हथियार और गोला-बारूद
लूटे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने हथियार बरामद करने के लिए बड़े स्तर पर
अभियान चलाया। सीआरपीएफ के पूर्व महानिदेशक कुलदीप सिंह सिंह ने बताया कि
लूटी गईं सभी बंदूकें बरामद होने तक तलाशी अभियान जारी रहेगा।
सिंह
ने कहा, 15 दिनों के अंत में केंद्र और राज्य दोनों के सुरक्षा बल, ऐसे
हथियारों को बरामद करने के लिए पूरे राज्य में एक मजबूत और व्यापक तलाशी
अभियान चलाएंगे, और किसी भी अवैध हथियार से जुड़े सभी व्यक्तियों से सख्ती
से निपटा जाएगा।