8 जून से खुलेंगे काशी विश्वनाथ मंदिर के पट, श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए बनाए ये नियम

अनलॉक के पहले चरण में 8 जून से सारे धार्मिक स्थल खोल दिए जाएंगे। ऐसे में 22 मार्च से बंद काशी विश्वनाथ मंदिर को शासन की गाइडलाइन के मुताबिक खोलने की तैयारी शुरू हो चुकी है।

दर्शन के वक्त श्रद्धालुओं को मॉस्क लगाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही मंदिर में सैनेटाइजेशन का इंतजाम किया जाएगा। इसके अलावा कई सख्त नियम श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य होगा। मंदिर प्रशासन के अनुसार सभी लोगों की सुरक्षा अहम है।

मंदिर प्रशासन के अनुसार स्थानीय स्तर पर जो तैयारियां की गई हैं वह इस प्रकार है

- जो भी श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। उनको मेन गेट से ही उनका थर्मल स्कैनिंग किया जाएगा। फिर उनको अंदर भेजा जाएगा।

- अंदर आने के बाद दो-दो मीटर पर गोले बनाए गए हैं। जहां पर श्रद्धालुओं को खड़ा होना होगा। जब अगला गोला खाली होगा, तभी श्रद्धालु आगे बढ़ेंगे।

- सभी श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा और मंदिर से घुसने से पूर्व अपने हाथ को सैनिटाइज करना होगा।

- प्रशासन के अनुसार पूरी कोशिश रहेगी कि मंदिर प्रांगण के अंदर भी श्रद्धालुओं की दूरी 2 मीटर से अधिक रहे।

- गर्भगृह के अंदर प्रवेश वर्जित होगा। पुजारियों को टीका लगाना अलाउड नहीं होगा।

- अर्पित किया हुआ पुष्प किसी को वापस नहीं मिलेगा। और जब एक श्रद्धालु दर्शन करके निकल जाएगा, तभी दूसरा श्रद्धालु दर्शन कर पाएगा।

मंदिर प्रशासन ने बताया कि मंदिर परिसर में दाखिल होने के लिए दो एंट्री गेट हैं। रानी भवानी उत्तरी और पश्चिमी। इन दोनों गेट पर आटोमोटिव सैनेटाइजिंग मशीन लगाया जा रहा है, जो सेंसर बेस पर काम करेगा।

मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं तो इन बातों का रखे ध्यान

कोरोनो से बचाव के लिए मंदिरों की तरफ से कई तरह की सुरक्षा व्यवस्था की जा रही हैं लेकिन खुद को बचाने की जिम्मेदारी आपकी है। अगर आप भी लॉकडाउन खत्म होने के बाद मंदिर में दर्शन के लिए जा रहे हैं तो कुछ खास बातों पर जरूर ध्यान दें।

- घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर लगाएं। मंदिरों में भीड़भाड़ होना आम बात है ऐसे में आपकी और खुद के साथ-साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए पहली जिम्मेदारी मास्क लगाना है। मास्क लगाने से आप कोरोना के संक्रमण से दूर रह सकते हैं।

- मंदिर प्रशासन की तरफ से सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखने की तैयारी है लेकिन आपको खुद भी इसका ध्यान रखना है। मंदिर की कतार में खड़े होते समय आगे वाले व्यक्ति से उचित दूरी बना कर रखें। दर्शन के लिए अपनी बारी का धैर्यपूर्वक इंतजार करें।

- मंदिरों की तरफ से सफाई का पूरा ध्यान रखा जाएगा लेकिन इसके बावजूद आपका फर्ज बनता है कि आप मंदिर परिसर में कोई भी सतह को न छुएं और ना ही मूर्तियों को भोग लगाएं। भगवान के दर्शन कर सुरक्षित तरीके से घर वापस आने की कोशिश करें।

- जैसे ही शुरू से कहा जा रहा है कि कोरोना वायरस से बचने के लिए अपने हाथों को साफ रखना बेहद जरुरी है ऐसे में मंदिर में प्रवेश के पहले सैनिटाइजर से हाथों को अच्छे से साफ करें और घर आने के बाद हाथों को साबुन से अच्छी तरह धोएं।