वाराणसी: फंड्स की कमी के चलते BHU में कोरोना की RT-PCR टेस्ट बंद

कोरोना के संभावित तीसरी लहर के आशंकाओं के बीच वाराणसी (Varanasi) के BHU में फंड्स की कमी के चलते कोरोना की RT-PCR टेस्ट होना अब बंद हो गया है। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान वाराणसी सहित आस-पास के 6 जिलों के सैम्पल्स की जांच होती थी, लेकिन अब बीएचयू अस्पताल (BHU Hospital) प्रशासन ने सभी सैम्पल्स की जांच पर रोक लगा दी है। आप को बताते चले कि BHU के माइक्रोबायोलॉजी लैब में हर दिन 12000 सैम्पल्स की जांच होती थी।

बीएचयू सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ केके गुप्ता ने बताया कि डेढ़ साल पहले जब BHU में कोरोना के RT-PCR टेस्ट की शुरुआत हुई थी तो BHU में हर दिन लगभग 10 हजार टेस्ट हुआ करते थे, लेकिन सरकार से इस मामले में सहयोग कम मिल रहा था। सर सुंदरलाल अस्पताल के एमएस डॉ केके गुप्ता के मुताबिक पिछले वर्ष में कोरोना टेस्ट की मशीनों को खरीदने और जांच में 45 करोड़ रुपये खर्च किए थे, जिसमे सरकार की ओर से सिर्फ 5 करोड़ रुपए का ही फण्ड मिला। कोरोना के दूसरी लहर के दौरान RT-PCR टेस्ट में करीब 15 करोड़ खर्च हुए लेकिन सरकार की ओर से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। इस तरह कुल 55 करोड़ के राशि का भुगतान नहीं हो पाया है। जिसकी वजह से हमने कोरोना टेस्टिंग बंद कर दी है।