राज्यसभा में विदाई भाषण के दौरान रोने लगे सांसद वासुदेवन मैत्रेयन, कहा - मेरे मरने पर शोक मत जताना

संसद के दोनों सदनों में जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान को लेकर हंगामा हो रहा है वही इस बीच राज्यसभा में कुछ सांसदों बुधवार को आखिरी दिन था। विदाई भाषण के दौरान राज्यसभा में AIADMK सांसद वासुदेवन मैत्रेयन भावुक हो गए और अपने आंसू नहीं रोक पाए। साथ ही उन्होंने सदन से अपील की कि उनके निधन पर सदन में शोक ना जताया जाए। सांसद मैत्रेयन ने अपने विदाई भाषण में कहा कि सदन में 14 साल से अधिक का सफर आज खत्म हो रहा है। इतना कहते ही वह भावुक हो गए और सदन में ही रो पड़े। इस दौरान उन्होंने कई साथियों का शुक्रिया अदा किया। सांसद बोले कि आज विदा लेते हुए अपने खास दोस्त अरुण जेटली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताते हैं।

इतना ही नहीं उन्होंने इस दौरान कहा कि जब 2009 में श्रीलंका में कई तमिल लोगों की मौत हुई तो राज्यसभा में शोक नहीं जताया गया था, जिससे मुझे काफी तकलीफ पहुंची थी। इसलिए मैं सदन से अपील करता हूं कि मेरे मरने पर भी कभी सदन में कोई शोक प्रस्ताव नहीं लाया जाए।

इस दौरान वी मैत्रेयन ने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आज़ाद और अपनी पार्टी के नेता का भी आभार जताया, साथ ही विभिन्न दलों के वरिष्ठ सांसदों को शुक्रिया कहा। उन्होंने सचिवालय के कर्मचारियों का भी वक्त पर मदद के लिए आभार जताया। साथ ही साथ उन्होंने तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे। जयललिता को भी याद किया। बता दें कि बुधवार को राज्यसभा से कुल 5 सांसदों के कार्यकाल का आखिरी दिन था। इनमें डी राजा, वासुदेवन मैत्रेयन, के आर अर्जुन, आर लक्ष्मण, टी रत्नवेल शामिल हैं।