हरिद्वार कुंभ को लेकर RSS ने भी उठाई मांग, कहा - इसे जल्द से जल्द किया जाए खत्म

हरिद्वार में अब तक 30 साधु कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। यह सरकारी आंकड़ा है, लेकिन संक्रमित साधुओं की संख्या इससे कहीं ज्यादा हो सकती है। इस बीच निर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर कपिल देव की गुरुवार को कोरोना संक्रमण से मौत के बाद साधु-संतों की चिंता बढ़ गई है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अखाड़ा परिषद के दूसरे बड़े निरंजनी अखाड़े ने 15 दिन पहले कुंभ मेला खत्म करने का ऐलान किया है। निरंजनी अखाड़े के सचिव रविंद्र पुरी ने गुरुवार को कहा है कि कुंभ का मुख्य शाही स्नान पूरा हो गया है और उनके अखाड़े के साधु-संतो में कोरोना वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं। अब खबर आ रही है कि श्री निरंजनी पंचायती अखाड़े के एक और महंत कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। महंत मनीष गिरि का कल कोरोना टेस्ट करवाया गया था। महंत मनीष गिरि को इलाज के लिए ऋषिकेश एम्स में भर्ती कराया गया है। अब तक अखाड़ों के करीब 51 संत कोरोना संक्रमित हो चुके हैं। तेजी के साथ सभी के टेस्ट कराए जा रहे हैं।

उधर, आरएसएस (RSS) के वरिष्ठ पदाधिकारियों का मानना है की अब कुंभ में पहुंच रही भीड़ को जल्द ही कम किया जाए और आयोजन को जल्द से जल्द खत्म किया जाए। TV9 डिजिटल की खबर के अनुसार संघ के उच्च पदाघिकारियों का कहना है कि कोरोना जिस तरीके से फैल रहा है ये जरूरी है की हरिद्वार में भीड़ को नियंत्रित किया जाए। लेकिन उनका ये भी कहना था कि हरिद्वार में चल रहे कुंभ की मरकज़ से तुलना करना गलत है।

संघ का ये भी कहना है कि कुछ अखाड़ों ने कुंभ में अपनी सहभागिता को भी खत्म कर दिया है और उन्हें आशा है की बाकी सब अखाड़े भी यही फैसला लेंगे। लेकिन वरिष्ठ पदाधिकारी का ये भी कहना था कि उत्तराखंड की सरकार और वहां के साधु संतों को तुरंत बैठक कर फैसले को औपचारिक करना चाहिए।

संघ का कहना है की कुंभ के बहाने जो हिन्दू नेतृत्व और वहां साधुओं पर लांछन लगाया जा रहा है वो ठीक नहीं है। संघ का कुंभ के मसले पर आना महत्वपूर्ण है और खुल कर ये कहना की जैसा कुंभ चल रहा है वैसे आगे नहीं चल सकता महत्वपूर्ण हो जाता है। संघ की तरफ से संकेत साफ़ है की कुंभ में जिस तरह से भीड़ उमड़ रही है वो ठीक नहीं है और अब कुंभ में पब्लिक की सहभागिता पर तुरंत नियंत्रण लगा कर इसको जल्दी खत्म कर देना चाहिए।