उत्तराखंडः देहरादून में लगातार 7 घंटे की मूसलाधार बारिश के बाद बिगड़े हालात, सड़कों पर सैलाब

उत्‍तराखंड की राजधानी देहरादून में मंगलवार 7 घंटे की लगातार बारिश के बाद सड़कों पर सैलाब जैसी स्थिति बन गई है। लोगों के घरों में पानी भर गया है। बारिश ने गांव से शहर तक कहर ढाया। माता संतला देवी मंदिर के पाास खाबड़वाला में अतिवृष्टि से 40 से ज्यादा घरों में मलबा भर गया। जान बचाने को लोग घरों से निकल आए। उधर, एसडीआरएफ की टीम मोर्चा संभाले हुए है। जैंतनवाला से आगे खाबड़वाला में भारी बारिश की सूचना पर मंत्री गणेश जोशी अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे। यहां राहत और बचाव दल ने काम शुरू किया। जोशी ने बताया कि खाबड़वाला में जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। गांव के अधिकतर घरों में मलबा घुस गया है और सड़क बंद है।

बादल फटने जैसे हालात

एसडीएम गोपाल राम बिनवाल ने बताया कि शहर से करीब 15 किमी दूर संतला देवी मंदिर के पास बादल फटने जैसे हालात हो गए। फिलहाल जान-माल का नुकसान नहीं है, लेकिन लोगों के घरों में पानी और मलबा भर गया है। राहत-बचाव के साथ ही नुकसान का आकलन किया जा रहा है। इस दौरान जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक पुंडीर, पूर्व प्रधान नैन सिंह पंवार, प्रेम पंवार, अनुराग आदि थे। उधर, भारी बारिश के कारण विजय कॉलोनी में पथरिया पीर समेत कई क्षेत्रों में नुकसान हुआ। मंत्री जोशी रात्रि को मौके पर पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया।

मंत्री ने फोन पर अफसरों को निर्देशित किया कि तत्काल बाढ़ सुरक्षा के कार्यों को प्राथमिकता से किया जाए। उधर, सिद्धार्थ विहार कंडोली में पानी भर गया। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक राजकुमार ने भी रात को प्रभावित इलाकों का मुआयना किया। उन्होंने राहत-बचाव कार्य समय पर नहीं होने पर नाराजगी जताई। इधर, अधोईवाला के पार्षद संजीव मल्होत्रा ने बताया कि उनके इलाके में कई घरों में बारिश का पानी घुसने से भारी नुकसान हुआ है।

नैनिताल में रुक-रुक कर हो रही बारिश

उधर, नैनीताल में रुक-रुक कर बारिश हो रही है। जिसके कारण वीरभट्टी पुल के पास मंगलवार दोपहर दोबारा भूस्खलन हो गया था। वीरभट्टी पुल पांच घंटे खुलने के बाद हल्द्वानी-अल्मोड़ा हाईवे दोबारा बाधित हो गया। ऐसे में अल्मोड़ा की ओर जाने वाले भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। वीरभट्टी पुल के ठीक ऊपर हो रहे भूस्खलन के कारण यहां निर्माणाधीन नए पुल पर खतरा मंडरा रहा है। दरअसल तीन साल पहले वीरभट्टी पुल पर गैस सिलेंडर का ट्रक हादसे का शिकार हो गया था। जिसमें यह पुल बुरी तरह से क्षतिग्रस्त् हो गया है। उसके बाद से यहां पर अस्थाई बेली ब्रिज के जरिए ही काम चलाया जा रहा था। एक साल पहले यहां पर एनएच ने चार करोड़ की लागत से नए पुल का निर्माण शुरू किया था। अब पुल निर्माण अपने अंतिम चरण में है लेकिन यहां पर लगातार भूस्खलन के कारण मलबा इसकी बुनियाद को प्रभावित कर रहा है। सहायक अभियंता दीपक तिवारी के अनुसार भूस्खलन रुक नहीं रहा है। इस कारण नए पुल का निर्माण प्रभावित हो रहा है। किशननगर के लौहारवाला में मंगलवार रात को कई घरों में पानी घुस गया। लोग घरों में कुर्सी पर बैठकर रात बिताने को मजबूर हो गए।

हल्द्वानी-नैनीताल हाईवे पर बल्दियाखान के पास भी सड़क पर रुक-रुक कर मलबा गिर रहा है। सड़क बंद होने की वजह से जगह-जगह गाड़ियां फंस गई हैं। मंगलवार को नैनीताल में 25 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विज्ञान केंद्र के प्रभारी प्रताप बिष्ट के मुताबिक शहर का अधिकतम तापमान 24 व न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। नैनीझील नियंत्रण कक्ष के प्रभारी रमेश गैड़ा ने बताया झील का जलस्तर लगातार दूसरे दिन भी 11 फीट साढ़े 10 इंच रिकॉर्ड किया गया। भारी बारिश की चेतावनी भी जारी की गई है।