यूपी में निराशाजनक प्रदर्शन से नाराज प्रियंका गांधी, बोलीं- कई कार्यकर्ताओं ने दिल से काम नहीं किया

लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में मिली करारी हार के बाद बुधवार को संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(सप्रंग) की अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और उत्तर प्रदेश की प्रभारी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) रायबरेली (Rae Bareli) पहुंची। रायबरेली में जहां प्रियंका ने लोकसभा चुनाव में निराशाजनक प्रदर्शन की वजह तलाशी। प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने हार का ठीकरा कार्यकर्ताओं पर फोड़ा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं ने दिल से काम नहीं किया। हालांकि उन्होंने कार्यकर्ताओं का हौसला आफजाई करते हुए लोकसभा चुनाव में मिली हार को भूलकर नए सिरे से पार्टी को ताकतवर बनाने में जुटने का आह्वान भी किया। प्रियंका गांधी ने यह भी कहा कि जिस एक रायबरेली सीट पर पार्टी को जीत मिली है वह कार्यकर्ताओं की वजह से नहीं बल्कि सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को जनता ने जिताया है। हमें एकजुट होना पड़ेगा। जिसने दिल से काम किया है उसकी जानकारी आप सबको है। जिसने नहीं किया है उसकी जानकारी मैं करूंगी। मैंने हमेशा कहा है कि चुनाव संगठन लड़ाता है, लेकिन मैं आज आपके सामने खड़े होकर कह रही हूं कि संगठन से जो अपेक्षा थी वह पूरी नहीं हुई। यह जीत यहां की जनता की जीत है।

भुएमऊ गेस्ट हाउस में 40 जिलों के हारे पार्टी प्रत्याशियों और जिलाध्यक्षों के साथ समीक्षा बैठक में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) ने कहा कि हमें पता है कि कई कार्यकर्ताओं ने दिल से काम नहीं किया। मुझे और आपको पता है किसने क्या किया। हार से निराश होने की जरूरत नहीं है। यूपी में 2022 में होने वाले चुनाव के लिए तैयारी अभी से शुरू करें।

जिलों के प्रत्याशी और जिलाध्यक्षों ने बताई हार की वजह

कांग्रेस की सी समीक्षा बैठक में सुल्तानपुर से पार्टी के प्रत्याशी रहे डॉ. संजय सिंह, उन्नाव से अनु टंडन और बहराइच की प्रत्याशी रही सावित्री बाई फुले समेत अन्य प्रत्याशियों ने बारी-बारी से हार की वजह प्रियंका के सामने रखी। प्रियंका ने उनसे पूछा कि क्या संगठन का साथ नहीं मिला? जनता ने कांग्रेस के बजाय बीजेपी का सपोर्ट क्यों किया। क्या मुद्दे रहे? मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन से पार्टी पर क्या फर्क पड़ा? सभी ने इन मुद्दों पर अपनी बात भी रखी।

बैठक में कार्यकर्ताओं ने दिखाया गुस्सा

बैठक से पहले ही कांग्रेस के तमाम जिला और शहर अध्यक्षों ने समीक्षा बैठक के इस प्रारूप पर तीखी प्रतिक्रिया देनी शुरू कर दी है। जिला और शहर अध्यक्षों का कहना है कि पूरे चुनाव में उनकी भूमिका शून्य थी। न तो वे प्रत्याशियों के बारे में अपनी राय देने वालों में थे और न ही चुनाव के दौरान तय की जाने वाली रणनीति का हिस्सा। ऐसे में उनसे हार की वजह पूछना बेमानी है। इसमें तो उन लोगों से पूछताछ होनी चाहिए, जिन्होंने टिकट तय कराए, रणनीति बनाई और संगठन को कमजोर रखा।

2022 का विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी कांग्रेस

प्रियंका गांधी ने इस समीक्षा बैठक में सभी से 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटने को कहा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव हम बिना गठबंधन के लड़ेंगे। सुल्तानपुर के कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रहे डॉ। संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि हम सबने चुनाव में आई दुश्वारियों और अनुभवों को पार्टी नेतृत्व को बताया है। नेतृत्व ने उसे बड़ी गंभीरता से लिया है। आने वाले समय में सबकी राय है कि गठबंधन नहीं होना चाहिए। यूपी में 2022 में होने वाले चुनाव में हम सरकार बनाएंगे, ऐसा हम सबका आत्मविश्वास है।

हेलीकॉप्टर को उड़ाने से पायलट ने किया इनकार

वही बुधवार को ही सोनिया और प्रियंका को रायबरेली से वापिस दिल्ली लौटना था लेकिन पायलट ने हेलीकॉप्टर को उड़ाने से इनकार कर दिया। पायलट ने इनकार की वजह खराब मौसम को बताया। अब सोनिया और प्रियंका को रायबरेली भूएमऊ गेस्ट हाउस में ही ठहरना पड़ेगा।