अखिलेश को सीएम होना चाहिए, योगी साधु हैं, उन्हें मंदिर में ही रहना चाहिए: ओमप्रकाश राजभर

अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले सुहलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने सोमवार को वाराणसी में एक नया राग अलापा। उन्होंने कहा, 'योगी साधु बाबा हैं, उन्हें मठ-मंदिर में रहना चाहिए, वो नेता नहीं हैं। नेता तो अखिलेश यादव हैं, मुख्यमंत्री उन्हें ही बनना चाहिए। आज यूपी की जनता भाजपा को हराने के लिए सपा को एक विकल्प के रूप में देख रही है। सपा में वह दमखम भी है। अखिलेश यादव सभी क्षेत्रीय दलों को साथ मिला लें तो उत्तर प्रदेश में भाजपा का खाता नहीं खुलेगा'।

ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि राजा के लक्षण परिलक्षित होते हैं। मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने बहुत काम किया है। लखनऊ में 1090 पर खड़े हो जाइए, रिवर फ्रंट भी दिखेगा। लखनऊ से आगरा जाइए, एक्सप्रेस-वे दिखेगा। प्रदेश का कोई ऐसा शहर या गांव का चट्‌टी-चौराहा नहीं है, जहां 100 नंबर की गाड़ी न दिखे। कहीं भी अत्याचार या गलत होता है तो 100 नंबर की गाड़ी तत्काल पहुंच जाती है। यह सब सपा सरकार की ही तो देन है। सपा के काल में जो काम हुए, वैसा भाजपा के लोग एक काम भी नहीं कर सके।

ओम प्रकाश राजभर ने कहा, 'हमने तो संकल्प ले रखा है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को गंगा में डुबो देना है। यह भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि भारतीय लूट पार्टी है। मोदी योजना बना-बना कर लूटते हैं। अब देखिए, 135 रुपए के झोले में योगी-मोदी अपना फोटो लगवाकर 65 रुपए का राशन दे रहे हैं। जनता क्या हकीकत नहीं जान रही है। सरसों का तेल, अरहर की दाल, गैस सिलेंडर, पेट्रोल, डीजल, सब्जियों से लेकर सब चीज के दाम में आग लगी हुई है।'

इतना ही नहीं राजभर ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने मिट्‌टी के तेल की बिक्री बंद कर गरीबों पर अत्याचार किया है। जनता सब देख रही है और कुछ भूलती नहीं है। 2022 के विधानसभा चुनाव में यूपी की जनता भाजपा के झूठ, भ्रष्टाचार, दंभ, बेईमानी और ट्रांसफर-पोस्टिंग में पैसे के खेल को अपने वोट की चोट से बेनकाब करेगी।