ट्रैफिक पुलिस ने दी गाड़ी सीज और चालान काटने की धमकी, कार सवार को आया हार्ट अटैक, मौत

देश में बढ़ते सड़क हादसों को रोकने के लिए मोदी सरकार ने कड़े कदम उठाते हुए देश भर में 1 सितंबर 2019 से नया मोटर व्हीकल एक्ट (New Motor Vehicle Act) लागू किया है। इस एक्ट लागू होने के बाद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने की राशि भी कई गुना बढ़ गई है। जिसकी वजह से लोगों में डर और गुस्सा है। ऐसे में नोएडा के इंदिरापुरम से एक चौकाने वाला मामला सामने आया है जिसमें एक बाप ने ट्रैफिक पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनकी वजह से उनके बेटे की मौत हुई है। दरहसल, रविवार शाम को अपने भांजे से मिलने के लिए मूलचंद शर्मा का नाम का शख्स अपने बेटे गौरव और पत्नी के साथ इंदिरापुरम जा रहे थे। उसी दौरान मॉडल टाउन अंडरपास के ऊपर इंदिरापुरम साइड में खड़े ट्रैफिक पुलिसकर्मी की वजह से बेटे को हार्ट अटैक आया और वह देखते ही देखते चल बसा।

मूलचंद शर्मा ने बताया कि गौरव कार चला रहा था, जबकि वे उसके साथ अगली सीट पर बैठे थे। वहीं उनकी पत्नी पीछे वाली सीट पर थी। शाम करीब 6 बजे मॉडल टाउन अंडरपास पार करके एनएच- 9 पर चढने के बाद इंदिरापुरम साइड में खड़े एक ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा करते हुए गाड़ी के बोनट पर डंडे मारने शुरू कर दिए। उन्होंने गौरव से कहकर गाड़ी साइड लगवाई और ट्रैफिककर्मी के व्यवहार पर नाराजगी जताई। लेकिन, उसने चालान और गाड़ी सीज करने की धमकी देते हुए फोटो खींचना शुरू कर दिया। उसी वक्त अचानक से गौरव को चक्कर आया और वह गिरकर बेहोश हो गया। उसे गिरते देख ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौके से भाग गया।

एक राहगीर ने आकर उनकी मदद की और उनकी कार की स्टेयरिंग संभाली। इसके बाद वे गौरव को लेकर फोर्टिस अस्पताल पहुंचे। वहां पर डॉक्टरों ने कार के अंदर ही गौरव को देखकर भर्ती करने से इनकार कर दिया और उसे कहीं ओर ले जाने के लिए कहा। इसके बाद वे उसे लेकर कैलाश अस्पताल पहुंचे, जहां पर 10- 20 मिनट चेक अप के बाद उसे मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने पीएम और सीएम से इस मामले में इंसाफ दिलवाने की मांग की है। एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि घटनास्थल इंदिरापुरम में है। फिर भी अगर परिजन शिकायत देंगे तो केस दर्ज कर मामले की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।