हत्याकांड: UP के बदायूं में नाई ने की दो बच्चों की नृशंस हत्या, पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया

बदायूं। उत्तर प्रदेश के बदायूँ में एक स्थानीय नाई द्वारा दो नाबालिग लड़कों की हत्या कर दी गई। घटना मंगलवार शाम को बाबा कॉलोनी में हुई, जब आरोपी, जिसकी पहचान 22 वर्षीय साजिद के रूप में हुई, एक घर में घुस गया और 12, 8 और 10 साल की उम्र के तीन भाइयों पर हमला कर दिया। हमले में 12 और 8 साल के भाइयों की मौत हो गई, जबकि तीसरे को गंभीर चोटों के कारण अस्पताल ले जाया गया। बाद में 10 वर्षीय बालक ने मीडिया को बताया कि आरोपी द्वारा अपना मुंह बंद करने के बाद भी वह हमले से बचने में कामयाब हो गया।

इस घटना के कुछ ही घंटों बाद मुठभेड़ में नाई को मार गिराया गया। बुधवार को पोस्टमॉर्टम के बाद बच्चों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। घटना के बाद किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है।

बरेली के आईजी राकेश कुमार ने बताया कि बदायूं में दो बच्चों की हत्या कर दी गई। हत्या की सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने अपराधी को मौके पर पकड़ने का प्रयास किया। मगर अपराधी ने पुलिस पर फायर कर दिया। बचाव में पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें अपराधी की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस अपराधी के बारे में डिटेल्स जुटाई जा रही है। दो बच्चे छत पर खेल रहे थे। अपराधी ने उन बच्चों की हत्या कर दी है। कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए जांच जारी है। सिंह ने यह भी कहा कि जब साजिद घर से बाहर आया और पुलिस से उसका सामना हुआ तो उसे खून से लथपथ कपड़े पहने हुए देखा गया।

बदायूं के एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, ''आरोपी साजिद मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे घर में घुसा और छत पर गया जहां बच्चे खेल रहे थे. उसने दोनों बच्चों पर हमला किया और उनकी हत्या कर दी.'' फिर वह नीचे आ गया जहां भीड़ ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह भाग निकला।''

हमले में मारे गए बच्चों के पिता ने घटना की प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज कराई, जिसमें आरोपी साजिद के भाई जावेद को नामित किया गया। बच्चों के परिवार ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी ने बच्चों के पिता से 5,000 रुपये की मांग की थी. इस बीच, जावेद को पकड़ने के प्रयास जारी थे, जबकि पुलिस घटनास्थल से हत्या का हथियार और एक रिवॉल्वर बरामद करने में सफल रही।

बाद में, जिन दो बच्चों की हत्या कर दी गई, उनके 10 वर्षीय भाई ने खुलासा किया कि हमलावर उसे भी मारना चाहता था, लेकिन असफल रहा। आजतक से बात करते हुए दोनों बच्चों के नाबालिग भाई ने कहा, आरोपी ने बिना आवाज किए दोनों भाइयों पर हमला करना शुरू कर दिया। कुछ देर बाद वह उन दोनों को छत पर ले गया।

बच्चे ने आजतक को बताया, मैं भी पकड़ा गया था, और उसने मेरा मुंह ढक दिया था, इसलिए मैं दूसरों को सतर्क नहीं कर सका। टूटे शीशे में पैर फंसने के बाद हमलावर खुद घायल हो गया, जबकि मैं बच गया और नीचे सभी को सूचित किया। मेरी उंगली पर चोट लग गई। बाद में उसे एक दरवाजे के पीछे बंद कर दिया गया, जहां से उसने चिल्लाया कि जो कोई भी करीब आएगा उसे मार डालेगा।

ताजा घटनाक्रम में पुलिस ने आरोपी के पिता और चाचा को उनके आवास से हिरासत में लिया है। पूछताछ के दौरान आरोपी के पिता और चाचा ने कहा कि उन्हें अपने बेटे (साजिद) की मौत का उतना अफसोस नहीं है, जितना बच्चों की मौत का है।

साजिद के पिता ने यह भी कहा कि उनका बेटा मंगलवार को घर पर था और फोन आने के बाद शाम 7 बजे के बाद वह बाहर निकला। आरोपी के चाचा ने कहा कि साजिद बेहद आक्रामक था और अपने परिवार के सदस्यों से भी ज्यादा बात नहीं करता था।

इस बीच, एफआईआर में नामित एक अन्य आरोपी जावेद की दादी ने दावा किया कि उनका पोता निर्दोष था और हत्या साजिद ने की थी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि हत्या के समय जावेद घर पर था और घटना के बारे में पता चलने के बाद वह डर के मारे भाग गया।

बदायूं के बाबा कॉलोनी में विनोद कुमार और उनकी पत्नी संगीता रहती हैं। संगीता का अपने घर के नीचे ही पार्लर है। वह अपने तीन बच्चों के साथ घर पर अकेली थीं। वहीं, जावेद और साजिद सामने सैलून चलाते हैं। इन दोनों का विनोद के परिवार से अक्सर झगड़ा होता रहता था।

आस-पास के लोगों ने बताया कि मंगलवार शाम के समय साजिद और जावेद विनोद के घर पर पहुंचे और सीधे दूसरी मंजिल पर जाकर विनोद के तीनों बेटों पर उस्तरे से हमला कर दिया। इसमें विनोद के दो बच्चों की मौत हो गई। वहीं, तीसरा बेटा पीयूष मामूली रूप से घायल हो गया है। उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के दौरान मां संगीता पार्लर में थीं। चीख-पुकार मचने के बाद लोग ऊपर पहुंचे। इतने में आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए।

घटना के बाद इलाके में तनाव फैल गया है। पड़ोसियों ने बताया कि दो बालकों की हत्या पर विनोद के घर में चीख-पुकार मची तो वहां पहुंचे। जावेद दरवाजे के पास ही खड़ा रहा, फोन काल पर आई पुलिस उसे मंडी चौकी ले गई। क्षेत्र के दर्जनों लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। इसके बाद नारेबाजी और जावेद की दुकान पर पथराव होने लगा। तोड़फोड़ की गई। कुछ दूरी पर दुकान फूंक दी गई।पुलिस ने वहां से भीड़ खदेड़ी तो लोगों ने दातागंज मार्ग जाम कर दिया। बड़ी संख्या में पीएसी, पुलिस और अर्द्धसैनिक बल लगाकर बवाल रोका जा सका। बवाल होने पर डीएम मनोज कुमार और एसएसपी आलोक प्रियदर्शी घटनास्थल पर पहुंचे। मृत बालकों के पिता विनोद की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।