UP में दिखा लॉकडाउन का असर, एक हफ्ते में ही घटे 50 हजार एक्टिव केस; बढ़ाई जा सकती हैं पाबंदी

उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार 10 मई के बाद भी लॉकडाउन जारी रखने की प्लानिंग कर रही है। दरअसल, हाल ही में हुए पंचायत चुनावों के बाद गांवों में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इसके साथ ही अभी हफ्ते भर के लॉकडाउन के चलते प्रदेश के एक्टिव केसों में 50 हजार से ज्यादा की कमी आई है। ऐसे में सरकार तुरंत लॉकडाउन में ढील देकर कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है। मिली जानकारी के अनुसार राज्य सरकार अगले एक-दो दिनों में लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला ले सकती है।

बता दे, उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को 27,763 लोग संक्रमित पाए गए। 33,117 लोग रिकवर हुए और 372 लोगों की मौत हो गई। अब तक राज्य में 14.53 लाख लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें 11.84 लाख ठीक हो चुके हैं, जबकि 14,873 मरीजों ने दम तोड़ दिया। 2.54 लाख मरीजों का इलाज चल रहा है।

लॉकडाउन लगाने के खिलाफ थे CM योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में लॉकडाउन लगाने के सख्त खिलाफ थे। इसी के चलते सरकार ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस फैसले को भी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे दी थी, जिसमें कोर्ट ने संक्रमण रोकने के लिए प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लगाने के आदेश दिए थे। हालांकि, बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सरकार को भी वही करना पड़ा जो हाईकोर्ट ने कहा था। लॉकडाउन की वजह से बीते 6 दिन में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या बढ़ी है तो वहीं रोजाना मिलने वाले मरीजों के आंकड़े में भी गिरावट आई है। अगर आंकड़ों पर नजर डालें तो 30 अप्रैल को 3.10 लाख से ज्यादा एक्टिव केस थे। अब ये घटकर 2.54 लाख रह गए हैं।

ई-पास की गाइडलाइन जारी

प्रदेश में मिनी लॉकडाउन के बीच सरकार ने ई-पास की गाइडलाइन भी जारी की है। जरूरी वस्तुओं के आवागमन के लिए पास जारी होगा। साथ ही सप्लाई करने वाली संस्थाओं को भी पास बनवाना होगा। rahat.up.nic/epass पर जाकर ऑनलाइन पास के लिए आवेदन कर सकते हैं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री हेल्पलाइन नंबर 1076 पर आवश्यक वस्तुओं की सेवा न मिल पाने की स्थिति में जानकारी दे सकते हैं। आम लोगों के लिए जिला स्तरीय पास 1 दिन के लिए और अंतर जिला पास 2 दिन के लिए वैलिड होगा।

ई-पास पोर्टल में संस्थागत पास का भी प्रावधान है। इसके तहत कोई भी संस्था 5 कर्मियों के लिए आवेदन कर सकती है। ई-पास की इलेक्ट्रॉनिक कॉपी भी मान्य होगी। साथ ही जनपद की सीमा के साथ अंतर्जनपदीय सीमा के लिए भी ई-पास जारी होंगे। संस्थाओं के लिए पास की वैलिडिटी फुलटाइम होगी।

गोरखपुर के गांवों में फैल रहा कोरोना

उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद गांवों में कोरोना प्रकोप देखने को मिलेगा। बताया जा रहा है कि गोरखपुर जिले के गांवों में बुखार का प्रकोप फैल गया है। बड़ी संख्या में लोग तेज बुखार से जूझ रहे हैं।

गांवों में सर्वे कर रही 23 रैपिड रिस्पांस टीमों (आरआरटी) ने सिर्फ तीन दिन में बुखार के करीब पांच हजार मरीजों की पहचान की है। इन मरीजों में 177 ग्रामीण एंटीजन जांच में संक्रमित मिले। इस दौरान टीम ने 404 गांवों का सर्वे किया है। यह सर्वे 9 मई तक चलेगा। इसके अलावा 18 पीएचसी और 24 सीएचसी पर भी कोरोना जांच चल रही है। इन जांचों में तीन दिन में करीब नौ सौ ग्रामीण संक्रमित मिले।

जांच अभियान के नोडल अधिकारी डॉ. एके सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पांच मई से सर्वे शुरू किया गया है। बुखार के मरीजों की पहचान की जा रही है। करीब-करीब हर दूसरे घर या परिवार में बुखार के मरीज मिल रहे हैं। तीन दिनों में टीमों ने 404 गांवों का सर्वे किया। इसमें बुखार से पीड़ित 4857 ग्रामीण मिले। जिसमें एंटीजन से जांच में 177 संक्रमित मिले।

ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में भी बड़ी संख्या में बुखार के मरीज पहुंच रहे हैं। जिले में 24 सीएचसी और 18 पीएचसी है। इन अस्पतालों में ओपीडी बंद हैं। इमरजेंसी में बुखार के मरीजों का इलाज हो रहा है।