13 मुकदमे दर्ज थे अमर दुबे पर, पुलिस ने रखा था 25 हजार का इनाम, कुछ दिन पहले हुई थी शादी

गैंगस्टर विकास दुबे की तलाशी के दौरान उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में पुलिस का बड़ा एक्शन हुआ है। यूपी एसटीएफ ने हमीरपुर के मौदहा में एनकाउंटर के दौरान विकास दुबे का दाहिना हाथ माने जाने वाले अमर दुबे को मार गिराया है। अमर को विकास दुबे गैंग का शातिर बदमाश माना जाता है। अमर दुबे पर कानपुर के चौबेपुर थाने और कानपुर देहात में कुल 13 मुक़दमे दर्ज थे। इनमें 8 मामले में उसपर हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, रंगदारी, डकैती और धमकी देने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। इसके अलावा वह 8 पुलिसकर्मियों की शहादत के मामले में भी वांछित था। विकास के साथ दर्ज नामजद एफआईआर में भी उसका नाम था। पुलिस ने घटना के बाद से ही उस पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा था।

2 जुलाई की रात कानपुर देहात के बिकरू गांव में शूटआउट के मामले में भी अमर दुबे की तलाश थी। यूपी पुलिस ने जिन अपराधियों की तस्वीरें जारी की थी, उसमें अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, वो मुख्य आरोपी विकास दुबे का चचेरा भाई था।

कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वो विकास के पर्सनल बॉडी गार्ड का भी काम करता था। वो हमेशा असलहे से लैस रहता था। पुलिस को अमर के विकास दुबे के साथ ही भागने की जानकारी तब हुई जब पुलिस को उसकी फोर्ड कार औरैया-दिबियापुर हाइवे पर मिली थी। कार के अंदर मिले दस्तावेजों से अमर के लखनऊ स्थित घर का पता चला था।

हमीरपुर के एसपी श्लोक कुमार का कहना है कि अमर दुबे की छिपे होने की सूचना पर पुलिस टीम ने घेराबंदी की थी। इस दौरान अमर ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी एनकाउंटर में वह मार गिराया गया। उसके पास से एक ऑटोमेटिक हथियार और बैग मिला है। इस एनकाउंटर में एसओ और एसटीएफ के एक कॉन्स्टेबल को गोली लगी है।

इस बीच एसटीएफ विकास दुबे को तो नहीं पकड़ पाई लेकिन उसने प्रभात और अंकुर नाम के उसके दो करीबियों को गिरफ्तार कर लिया है। अंकुर के बारे में बताया जाता है कि उसी ने फरीदाबाद में विकास दुबे के छिपने में मदद की थी। वो विकास दुबे के लिए होटल बुक करने की कोशिश कर रहा था।

कुछ दिन पहले हुई थी शादी

अमर दुबे की 29 जून 2020 को शादी हुई थी और जुलाई 2 की रात को विकरू गांव में उसने विकास दुबे के साथ मिलकर पुलिस टीम पर हमला किया। जिसमें 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे, जबकि 7 अन्य घायल हुए थे। मुठभेड़ में मारे जाने की सूचना पर परिवार में सन्नाटा पसरा है। दादी का रो-रोकर बुरा हाल है। नई नवेली दुल्हन के हाथों की मेहंदी भी नहीं उतरी और मांग का सिन्दूर मिट गया।