कानपुर / सरकारी शेल्टर होम की 33 कोरोना (+) लड़कियों में से 2 गर्भवती, HIV और हेपेटाइटिस सी का भी संक्रमण, मचा हड़कंप

उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक बड़ी खबर सामने आई है जिसके बाद सरकारी महकमे में खलबली मच गई है। यहां के राजकीय बाल संरक्षण गृह में तीन दिन पहले मिली 33 कोरोना संक्रमित किशोरियों में से दो लड़कियां गर्भवती पाई गई हैं। दोनों किशोरियों की उम्र 17 वर्ष है और बिहार व झारखंड की रहने वाली बताई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि दोनों गर्भवती युवतियों के पेट में 8 माह का बच्चा पल रहा है। ऐसे में इन दोनों लड़कियों को हैलट के जच्चा बच्चा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चौंकाने वाली बात यह है कि हॉस्पिटल में जांच के बाद जहां एक गर्भवती किशोरी एचआईवी संक्रमित पाई गई है तो वहीं, दूसरी में हेपेटाइटिस सी का संक्रमण मिला है। एचआईवी और हेपेटाइटिस सी का संक्रमण होने से हाई रिस्क बन गया है, जिससे उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है।

अब इस घटना के स्वरूप नगर बालिका संरक्षण गृह से लेकर शासन तक में हड़कंप मच गया है। गर्भवती किशोरियों के साथ उनमें संक्रमण की जानकारी होने पर प्रशासनिक अफसरों से लेकर स्वास्थ्य महकमे में खलबली मच गई है। अब किशोरियों का पूरा ब्यौरा खंगाला जा रहा है कि दोनों को कब राजकीय बाल संरक्षण गृह में लाया गया था। राजकीय बाल संरक्षण गृह की नोडल ऑफिसर ने बताया कि बिल्डिंग को सील कर दिया गया है। अभी अन्य युवतियों को क्वारेंटाइन कर दिया गया है, जिनसे उनके बारे में जानकारी नहीं मिल पा रही है कि आखिर ये किशोरियां और किन-किन के संपर्क में आई थीं। उनकी भी जानकारी ली जा रही है।

वहीं, सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला का कहना है कि उन्हें दोनों किशोरियों के गर्भवती होने की कोई जानकारी नहीं है। यह विभाग मेरा नहीं है। उनका कहना है कि मेरे काम कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना है। उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना मेरी जिम्मेदारी है।